हाय महंगाई : पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम तो दूल्हा ई-रिक्शा पर ले गया बरात, दुल्हन की भी कराई विदाई

पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं जिसका असर अब शादी-बरातों में भी देखने को मिलने लगा है। महंगाई का विरोध जताने के लिए दूल्हा अपनी बरात ई-रिक्शा पर लेकर गया और उसी पर दुल्हन की विदाई कराकर वापस आया।

 

चित्रकूट,  पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और महंगाई अब शादी में भी असर डाल रही है। ऐसा ही एक वाक्या चित्रकूट में सामने आया है, यहां दूल्हे ने पेट्राेल-डीजल के बढ़ते दाम के विरोध का नायाब तरीका अपनाया। वह ई-रिक्शा पर बरात ले गया और उसी पर दुल्हन की भी विदाई कराई। सड़क पर ई-रिक्शा पर बरात निकली तो देखने वालों की भीड़ और सेल्फी लेने वालों में भी होड़ लग गई। बरात में करीब 15 ई-रिक्शा शामिल रहे, जिसमें बराती सवार होकर दुल्हन के घर बरवारा पहुंचे। रास्ते में दूल्हे ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अनोखी बरात के खूब चर्चे हो रहे हैं।

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पहाड़ी विकास खंड के देहरूछ माफी निवासी अशोक सिंह के पुत्र महेंद्र मोहन सिंह आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अपनी शादी में महंगाई के विरोध का अनोखा तरीका निकाला। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में उन्होंने ई-रिक्शा पर बरात ले जाने का फैसला किया और इसमें दोस्तों ने उनका साथ दिया। वह 15 ई-रिक्शा पर बरातियों को बिठाकर घर से करीब 22 किमी दूर दुल्हन के घर तक बरात ले गए। इस बीच जिस रास्ते से वह गुजरे चर्चा का विषय बन गए। इस अनोखी बरात को देखकर लोग बरबस उनतक खिंचे आ गए, कुछ ने उनके साथ सेल्फी भी ली। बरात पटेल तिराहे पर पहुंची तो सभी ई-रिक्शा रोक दिए गए और दूल्हा बने महेंद्र ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।

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यहां पर बरातियों को जलपान भी कराया गया। इसके बाद बरात दुल्हन के घर बरवारा के लिए प्रस्थान की। दुल्हन के दरवाजे पर अनोखी बरात देखकर कोई हंसने लगा तो कोई महंगाई के इस अनोखे विरोध की प्रशंसा करने लगा। कुछ लोगों ने कहा कि पर्यावरण को देखते हुए ई-रिक्शा बेहतर साधन है, इससे न तो प्रदूषण होगा और महंगाई के इस दौर में पेट्रोल डीजल पर बेवजह खर्च भी नहीं होगा। रात में शादी की रस्म अदायगी के बाद महेंद्र ई-रिक्शा पर ही दुल्हन काे विदा कराकर वापस गांव पहुंचे।

 

दूल्हा बने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता महेंद्र ने बताया कि जब ई-रिक्शा से बरात ले जाने का निर्णय लिया तो परिवार, रिश्तेदार व ससुराल पक्ष में विरोध हुआ और काफी दबाव आया। लोग क्या कहेंगे लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे। वह अपनी बरात के माध्यम से लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि यह महंगाई का विरोध भी है और दिल्ली की केजरीवाल सरकार के पर्यावरण बचाओ अभियान में एक छोटा सा योगदान भी है। उनकी बरात में आम आदमी पार्टी के जिला महासचिव सुशील सिंह पटेल, प्रवक्ता आरबी सिंह, कैलाश सिंह पटेल, कुबेर पाल, सुरेश सिंह, दिलीप सिंह आदि शामिल रहे।

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