हरदोई में बाइक को टक्‍कर मारने के बाद पलटी बस, मां-बेटी समेत चार की मौत-दस यात्री भी घायल

हरदोई से लखनऊ की ओर जा रही बस ने बाइक में टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार दो महिला एक बच्चा और युवक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं और कुछ दूर जाकर बस भी पलट गई।

 

हरदोई,  हरदोई मार्ग पर यहां औद्योगिक क्षेत्र के साफइस्ट के निकट बस ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार मां-बेटी समेत चार लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद अनियंत्रित बस पलट गई। बस में सवार दस यात्री घायल हो गए, इसमें से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है।

हादसों में बाइक सवार मृतकों की पहचान मोबाइल नंबर से सुरसा क्षेत्र के ग्राम कक्कुमर के आशीष (20), उसकी चाची सुषमा (30), उनकी ढाई वर्षीय पुत्री रूही और भैनामऊ की मौसी सरला (35) के रूप में हुई। बताया गया कि बाइक सवार संडीला से अपने घर जा रहे थे, जबकि हरदोई की ओर आ रही प्राइवेट बस ने बाइक में टक्कर मार दी। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर पास में ही पलट गई।

बस पलटने से यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने यात्रियों को बस से बाहर निकाला। पुलिस पहुंची और शवों को कब्जे में ले लिया। घायलों को सीएचसी भिजवाया। घायलों में चंद्रावती, उनके पति चंद्रपाल निवासी बड़ैत ओदरा नेवादा, रुकमणि निवासी बेंहदर को भर्ती किया गया। चंद्रावती की हालत नाजुक होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस ने बाइक सवार के पास से मिले मोबाइल के नंबर परिवार को हादसा की जानकारी दी।

तेज रफ्तार बनी हादसे का कारण : प्राइवेट बसों के चालक जल्दी पहुंचने के लिए तेज रफ्तार में चलते हैं, ऐसे में हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है। संडीला में हुए हादसे के पीछे भी तेज रफ्तार ही कारण बताया जा रहा है।

वरीक्षा में शामिल होकर लौट रहे थे चारों लोग : चचेरे भाई की वरीक्षा में शामिल होकर सुषमा अपनी बहन सरला, पुत्री और भतीजे के साथ वापस घर आ रही थी और रास्ते में सभी हादसे का शिकार हो गए।सुरसा क्षेत्र के कक्कुमर की सुषमा के चचेरे भाई नागेंद्र संडीला क्षेत्र के पहाड़पुर मजरा जाजमऊ में रहते हैं। परिवारवालों ने बताया कि नागेंद्र की शुक्रवार को वरीक्षा थी। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुषमा अपनी बहन सरला, भतीजे आशीष और पुत्री रूही के साथ गई थीं। शनिवार को घर वापस आते समय संडीला के औद्योगिक क्षेत्र में हादसे का शिकार हो गई।

तीन बहनों में अकेला था आशीष : परिवारवालों ने बताया कि आशीष की तीन बहनें हैं और तीनों की शादी हो चुकी है। आशीष पढ़ाई के साथ ही पिता कमलेश के कार्यों में हाथ बंटाता था। हादसा के बाद परिवारवालों के आंसू नहीं थम रहे हैं।

खुशियों के बीच पसरा मातम : वरीक्षा के बाद शनिवार को हादसा की जानकारी से नागेंद्र के घर पर खुशी का माहौल मातम में बदल गया। घर से दोनों बहनें, भांजी और भांजा खुशी-खुशी घर जाने को निकले थे, लेकिन पल भर में खुशियां मातम में बदल गईं।

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