अलीगंज की ललित कला अकादमी में पांच जून तक चलने वाली मध्य प्रदेश मृगनयनी प्रदर्शनी में कारीगर चंदेरी साड़ियों का अनूठा कलेक्शन लेकर आए हैं। इनमें मीना कुमारी के उस दुपट्टे के डिजाइन वाली साड़ियां विशेष हैं।
लखनऊ । फिल्म पाकीजा का ‘इन्हीं लोगों ने ले लीना दुपट्टा मेरा…’ गीत तो याद ही होगा। इस गीत में अभिनेत्री मीना कुमारी ने चंदेरी डिजाइन का दुपट्टा पहना था। इसके बाद से चंदेरी की प्रसिद्धि में चार चांद लगे। मीना कुमारी के उस दुपट्टे को अब्दुल हकीम खलीफा ने कुछ अन्य कारीगरों के साथ मिलकर तैयार किया था। अब्दुल हकीम खलीफा के बेटे मोहम्मद सोहेल खलीफा, घासीराम, मोहम्मद अतीक और अब्दुल अजीम अलीगंज की ललित कला अकादमी में पांच जून तक चलने वाली मध्य प्रदेश मृगनयनी प्रदर्शनी का हिस्सा बने हैं।
कारीगर चंदेरी साड़ियों का अनूठा कलेक्शन लेकर आए हैं, जिनमें मीना कुमारी के उस दुपट्टे के डिजाइन वाली साड़ियां विशेष हैं। कारीगर मोहम्मद सोहेल ने बताया कि 17 वीं शताब्दी तक कपड़ा व्यवसाय में चंदेरी के सूती कपड़े की प्रतिस्पर्धा ढाका के उत्कृष्ट मलमल के कपड़े से रही और फिर 300 काउंट वाले सूती कपड़े की एक किस्म ईजाद हुई।
यह कपड़ा एक स्थानीय जड़ कोलिकंडा से तैयार बेहतरीन धागों से बनाया गया था। चंदेरी की पहचान पाइपिंग किनार के रूप में भी की जाती है, जो कि आस्तीन पर लगने वाली 24 ग्राम सूरत सिल्क की एक खास किस्म से बनी जरी की किनारी होती है। चंदेरी परिधानों में अशर्फी और अन्य डिजाइन के बूटों को माचीस की तीलियों से बांधते हैं। सारा काम हाथ से ही किया जाता है। एक कारीगर नात फेंकने में, एक तिल्ली डिजाइन और एक बार्डर तैयार करने में लगता है।
करीना और अनुष्का चंदेरी साड़ी : फिल्म थ्री इडियट्स के प्रमोशन के लिए करीना कपूर और आमिर खान मध्य प्रदेश के चंदेरी आए। करीना और आमिर ने चंदेरी की दीया साड़ी में दो बुटीक भी लगाया, वह साड़ी करीना के नाम से प्रसिद्ध हुई। अभिनेत्री अनुष्का शर्मा भी चंदेरी के कारीगरों से मिलने आईं। कारीगरों ने अनुष्का के लिए तीन बूटी की साड़ी विशेष तौर पर डिजाइन करके उन्हें दी। अनुष्का शर्मा के इंटरनेट मीडिया पर साड़ी की तस्वीर काे पोस्ट करने के बाद यह इतनी प्रसिद्ध हुई कि इसका नाम अनुष्का चंदेरी साड़ी रख दिया गया।
अंगूठी से निकल जाती पूरी साड़ी : प्रदर्शनी में रिंग क्रेप साड़ी भी आकर्षण का केंद्र है। इस साड़ी काे बड़ी आसानी से अंगूठी के बीच से निकाला जा सकता है, इसलिए इसका नाम रिंग क्रेप साड़ी रखा गया। यह साड़ी कम वजन की होने के साथ पहनने में भी आरामदायक है।