लखनऊ में पूछताछ में किशोर ने पुलिस को बताया कि गोली मारने के बाद उसने मां के जिंदा होने की आशंका पर बार-बार दरवाजा खोलकर चेक किया कि मौत हुई है या नहींं। गुरुवार को महिला के पति ने भैसा कुंड में पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया।
लखनऊ, पीजीआइ इलाके में गेम खेलने से मना करने पर मां की हत्या करने वाले किशोर ने चौकाने वाली बात बताई है। पूछताछ में किशोर ने पुलिस को बताया कि गोली मारने के बाद उसे संदेह था कि कहीं उसकी मां ङ्क्षजदा न हो। इसलिए वह बार-बार मां के कमरे में जाकर दरवाजा खोलकर देख रहा था। करीब आठ घंटे तक वह लगातार दरवाजा खोलकर यह पुष्टि करता रहा कि उसकी मां की मौत हुई या नहीं। आठ घंटे बाद उसे यकीन हुआ कि उसकी मां की मौत हो चुकी है।
उधर, गुरुवार को महिला के पति ने भैसा कुंड में पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने रवाना हो गए। किशोर की छोटी बहन सदमे में है और नाना नानी के घर पर है। मासूम के नाना ने बताया कि बिटिया घबराई हुई है। उसे कुछ दिन वे लोग अपने पास रखेंगे ताकि वह सदमे से बाहर निकल सके। किशोर के पिता अंतिम संस्कार के दौरान भावुक हो गए।
उन्होंने कहा कि पर भर में मेरा सब कुछ चला गया। अब बेटी का कैसे पालन करेंगे। आखिर मेरे बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया। परिवार के लोगों ने बताया कि किशोर तीन दिन तक बहन को मां के कमरे में नहीं जाने दिया। जब भी उसकी बहन मां के बारे में पूछती थी तो वह उसे धमकी देकर चुप करा देता था।
जब घर पर पुलिस और आसपास के लोग पहुंचे और दरवाजा खुलवाया तो किशोर बहन के साथ बाहर निकला। इसके बाद किशोर की बहन को पता चला कि मां की मौत हो चुकी है। पिता को फोन पर बच्ची ने कहा कि पापा जल्दी आ जाओ, भैया ने मम्मी को मार दिया। वहीं, हत्याकांड के बाद से महिला का डागी भी उदास है। वह घर के बाहर ही बैठा है। पूरा परिवार पैतृक गांव चला गया है और डागी की देखरेख करने वाला अभी कोई नहीं है।