इस बीच जिला प्रोवेशन अधिकारी द्वारा नामित आशा ज्योति केंद्र की अधीक्षिका अर्चना सिंह मंगलवार दोपहर पूरे मामले की जांच के लिए अपना घर आश्रम भेजा गया। वहीं इंस्पेक्टर नाका मनोज कुमार मिश्र भी महिला पुलिस कर्मियों के साथ आश्रम पहुंचे।
लखनऊ, नाका के मोती नगर स्थित अपना घर आश्रम में पिटाई से संवासिनी की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर कमेटी गठित कर दी गई है। एक जांच पुलिस की टीम कर रही है। मंगलवार को इंस्पेक्टर नाका मनोज कुमार मिश्र, महिला पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे।
उन्होंने अधीक्षिका के बयान दर्ज किए इसके साथ ही संवासिनी से संबंधित दस्तावेज लिए। इस बीच जिला प्रोवेशन अधिकारी द्वारा नामित आशा ज्योति केंद्र की अधीक्षिका अर्चना सिंह पहुंची उन्होंने भी पूरे मामले की जांच शुरू की।
जिला प्रोवेशन अधिकारी विकास सिंह ने बताया कि संवासिनी की मौत का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर मजिस्ट्रियल जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। मजिस्ट्रियल जांच में जो भी तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, आशाज्योति केंद्र की अधीक्षिका अर्चना सिंह मंगलवार दोपहर पूरे मामले की जांच के लिए भेजा गया। अर्चना सिंह ने बताया कि वह एक महिला दारोगा के साथ अपना घर आश्रम पहुंची। जहां उन्होंने जांच की। आश्रम में मानसिक मंदित संवासिनियां रहती हैं। 23 वर्षीय संवासिनी बहुत हाईपर थी।
वह शनिवार सुबह परिसर में भागने लगी। उसे रोका गया था तो कुछ संवासिनी के साथ उसका झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान मारपीट हुई। संवासिनी के कोई बाहरी चोट नहीं थी। उसको अंदरूनी चोट थी। अधीक्षिका व स्टाफ ने बीच बचाव कर अलग किया। कुछ दवाई दी।
इसके बाद वह संवासिनी कमरे में चली गई। इसके बाद दोपहर उसने खाना खाया। शाम को खाने के लिए नहीं उठी तो स्टाफ कमरे में पहुंचा। जहां वह उठ नहीं रही थी। संवासिनी को अस्पताल ले जाया गया। जहां, डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मारपीट से आयी चोटों से संभवत: उसकी मौत हुई है।
इंस्पेक्टर नाका मनोज कुमार मिश्र, महिला पुलिस कर्मियों के साथ मामले की जांच के लिए आश्रम पहुंचे। इंस्पेक्टर ने अधीक्षिका के बयान दर्ज किए। इसके बाद संवासिनी से संबधित दस्तावेज लिए। घटना की पूरी जानकारी ली। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जांंच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।