उत्तर प्रदेश ; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बंद पड़े पैरामेडिकल प्रशिक्षण केंद्रों का फिर से संचालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हर संस्थान में मानकों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। मुख्यमंत्री योगी बुधवार को अफसरों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि व्यवस्था की उदासीनता और अवस्थापना सुविधाओं के अभाव में प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक पैरामेडिकल प्रशिक्षण केंद्र वर्ष 1989 से बंद थे। युवाओं की जरूरत को देखते हुए सभी जरूरी अवस्थापना सुविधाओं को उपलब्ध कराने के साथ राज्य सरकार इनका दोबारा संचालन शुरू करा रही है। 15 जुलाई से 09 नर्सिंग स्कूल शुरू होने जा रहे हैं, जबकि अगस्त माह में 35 एएनएम ट्रेनिंग सेंटरों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। नर्सिंग और पैरामेडिकल के क्षेत्र में अच्छा कॅरियर है। हर संस्थान में मानकों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। फैकल्टी पर्याप्त हो, अच्छी हो।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। पॉजिटिविटी दर न्यूनतम है। पिछले माह की पॉजिटिविटी दर 0.46 प्रतिशत रही, जबकि विजय दिवस 0.45 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर दर्ज की गई। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 2401 है। विगत 24 घंटों में 78 हजार से अधिक टेस्ट किए गए और 345 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 510 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। 2206 लोग घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। यह समय सतर्क और सावधान रहने का है। उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए। सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित उपलब्धता की गहनता से परख कर ली जाए।
टीकाकरण अभियान अंतिम चरण में
यूपी में कोविड टीकाकरण अभियान अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है। 34 करोड़ 18 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18 वर्ष से अधिक की आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 97.59 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15-17 आयु वर्ग में 100 प्रतिशत किशोरों को पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि 88.5 प्रतिशत किशोर दोनों डोज लगवा चुके हैं। इसी प्रकार, 12 से 14 आयु वर्ग के 97.4 प्रतिशत से अधिक बच्चों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। स्कूल खुल चुके हैं। अब तक छूटे वंचित बच्चों का तत्काल टीकाकरण किया जाए।