जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के हत्यारोपित तेत्सुया यामागामी को मानसिक मूल्यांकन के लिए नवंबर के अंत तक हिरासत में रखा जाएगा। इस खबर में पढ़े क्या कहा नारा डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने इस मामले में-
तोक्यो, एजेंसी। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की 8 जुलाई को हत्या कर दी गई थी। पश्चिमी जापान के नारा शहर में एक प्रचार भाषण के दौरान, तेत्सुया यामागामी नाम के आरोपी ने गोली चलाई थी, जिसके तुरंत बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। आबे के हत्यारे को मानसिक मूल्यांकन के लिए नवंबर के अंत तक हिरासत में रखा जाएगा। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि अभियोजक यह निर्धारित कर सकते हैं कि औपचारिक रूप से उसपर आरोप लगाए जाएं और उसे हत्या के मुकदमे में भेजा जाएं।
आबे की हत्या ने उनकी और उनकी पार्टी के रूढ़िवादी चर्च के दशकों पुराने संदिग्ध संबंधों पर प्रकाश डाला है। देश के मुख्य विपक्षी कान्स्टीट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ जापान के सदस्यों ने सोमवार को मुलाकात की और इस बात की जांच करने की योजना कर पुष्टि की कि चर्च ने लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की आपत्तियों को कानूनी परिवर्तन के लिए समान-लिंग विवाह या विवाहित जोड़ों को अलग उपनाम रखने की अनुमति देने के लिए कैसे प्रभावित किया।
आपको बता दें कि चर्च की स्थापना 1954 में, स्व-घोषित मसीहा जिनकी शिक्षाओं को बाइबल की नई व्याख्याओं और रूढ़िवादी, परिवार-उन्मुख मूल्य प्रणालियों और मजबूत साम्यवाद-विरोधी द्वारा समर्थित किया जाता है।