सास की हत्या में बहू की साजिश, देवर संग मिलकर किया था कत्ल, आगरा पुलिस ने किया हत्याकांड का खुलासा

 आगरा पुलिस ने बहू और दोनों गिरफ्तार कर लिया है। पिनाहट के नयापुरा में हुई थी हत्या। वृद्धा की हत्या में पुलिस के पर्दाफाश से आया नया मोड़। ट्रैक्टर की पार्किंग को जगह हासिल करने के लिए ताई की हत्या की साजिश में शामिल हुआ था भतीजा।

 

आगरा,  आगरा में पिनाहट के नयापुरा में वृद्धा की हत्या का शुक्रवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। हत्या में नामजद बहू के दोस्त को पुलिस ने जांच के बाद क्लीन चिट दे दी। बहू मंजू देवी ने जमीन के विवाद में चचेरे देवर के साथ मिल सास की हत्या की थी। वह अपने ट्रैक्टर की पार्किंग की जगह पाने के लिए भाभी के साथ ताई की हत्या की साजिश में शामिल हुआ था। पुलिस ने आरोपित मंजू और ऋषिकेश को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया।

घर के अंदर कर दी गई थी बुजुर्ग महिला की हत्या

पिनाहट के नयापुरा निवासी 62 वर्षीय रामकली पत्नी सियाराम की 30 अगस्त की आधी रात को हत्या कर दी गई थी।वह घर के अंदर बरामदे में सो रही थीं। दरवाजे पर बाहर सोते पति को इसकी जानकारी 31 अगस्त की सुबह हुई थी। उन्होंने बहू मंजू उसके दोस्त प्रदीप को नामजद किया था। पुलिस ने बहू और प्रदीप को पकड़कर पूछताछ की। छानबीन में घटना के समय प्रदीप की लोकेशन घटनास्थल पर नहीं थी।

मकान का बंटवारा होने पर हिस्से में कम आई थी जमीन

एसपी ग्रामीण (पूर्वी) सोमेंद्र मीणा ने बताया कि मंजू देवी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि पति चार भाई हैं। चारों भाइयों में मकान का बंटवारा होने पर हिस्से में बहुत कम जगह आ रही थी। उसने मकान बिकवाकर अपने हिस्से की बात कही। ससुर तैयार हो गए, लेकिन सास रामकली अड़चन डाल रही थीं।

 

ट्रैक्टर खड़ा करने के लिए चाहिए थी जमीन

उनके मकान के बराबर में ही सियाराम के भतीजे का ऋषिकेश का भूखंड है। जिसकी तीनों ओर से चहारदीवारी है। मकान बेचने का पता चलने पर ऋषिकेश उसे खरीदना चाहता था। जिससे उसका ट्रैक्टर वहां खड़ा हो सके। मकान बिकवाने को वह सामने नहीं आना चाहता था।

जिसकी जानकारी होने पर उसने ऋषिकेश को हत्या की साजिश में शामिल कर लिया। दोनों ने मिलकर 30 अगस्त की रात को रामकली का मुंह और नाक दबा उनकी हत्या कर दी। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपितों को गिरफ्तार अदालत में प्रस्तुत किा गया, वहां से उन्हें जेल भेज दिया।

मकान को किसी और के नाम से था खरीदता

ऋषिकेश ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद वह मकान को अपने नाम से नहीं खरीदता। अन्य परिचित के नाम से खरीदता, जिससे कि उस पर किसी का शक न जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *