अंबेडकरनगर की सीमा पर राहुलनगर चौकी के पुलिस ने वाहन चेकिंग लगाई थी। इसी बीच महेशपुर निवासी इंदु बाइक लेकर आ रहे थे तो उन्हें रोक लिया गया। हेलमेट न होने पर दीवान राधेश्याम ने ड्राइविंग लाइसेंस ले लिया। वापस आकर बाइक सवार ने रुपये दिए तो डीएल वापस किया।
सुलतानपुर, पुलिस कर्मियों की रिश्वतखोरी आए दिन सामने आ रही है। करौंदीकला व कादीपुर के बाद अब अखंडनगर का एक मामला सामने आया है। इसमें वाहन चेकिंग के दौरान राहुल नगर चौकी में तैनात दीवान रुपये लेते कैमरे में कैद हो गया। वीडियो वायरल होने पर वह तरह-तरह की सफाई दे रहा है। हालांकि, एसपी सोमेन बर्मा ने जांच कराने के बाद कार्रवाई की बात कही है।
यह वीडियो बुधवार का बताया जा रहा है। अंबेडकरनगर की सीमा पर स्थित नेमपुर घाट पर राहुलनगर चौकी के पुलिस कर्मियों ने वाहन चेकिंग लगाई थी। इसी बीच उक्त जिले के महेशपुर निवासी इंदुकुमार बाइक लेकर आ गए तो उन्हें रोक लिया। हेलमेट न होने पर दीवान राधेश्याम यादव ने ड्राइविंग लाइसेंस ले लिया। वापस आकर बाइक सवार ने रुपये दिए तो डीएल वापस किया।
इसी बीच पीड़ित ने वीडियो बना लिया। गुरुवार की शाम वायरल हुए वीडियो में युवक से दीवान रुपये लेते व लाइसेंस वापस करते दिख रहा है। हालांकि, दीवान का कहना है कि उक्त युवक को चाय लाने के लिए रुपये दिए थे। बची रकम वह वापस कर रहा था। पुलिस का यह कारनामा कोई नया नहीं है। इसके पूर्व कादीपुर कोतवाली में तैनात रहे दारोगा का आडियो वायरल हुआ था। जिसमें चरित्र प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर रुपये लेने के आरोप खुद विधायक ने लगाए थे।
इसी को लेकर विधायक से उसकी काफी नोकझोंक भी हुई थी। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो आरोपित को वहां से हटा दिया गया, हालांकि कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, करौंदीकला थाने में भी मारपीट के एक मामले में रिपोर्ट लगाने के नाम पर दारोगा का रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ था। इस पर पुलिस अधीक्षक ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। ऐसे मामलों से पुलिस की साख पर बट्टा लग रहा है। साथ ही थानों में बढ़ रही रिश्वतखोरी की पोल भी खुल रही है।