एआइएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी ने कहा है कि अब योगी आदित्यनाथ सरकार की नजर कीमती वक्फ संपत्तियों पर है। इसकी जांच एनआरसी जैसी है। ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की नजर वक्फ सम्पत्तियों पर है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार के मदरसा के सर्वे को दारूल उलूम की हरी झंडी मिलने के बाद आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआइएमआइएम) के अध्यक्ष असद्उद्दीन ओवैसी अब नई राग अलापने लगे हैं। अब ओवैसी प्रदेश में वक्फ की संपत्तियों के सर्वे को लेकर राजनीति के मैदान में कूद पड़े हैं।
उत्तर प्रदेश में वक्फ सर्वे की संपत्तियों को लेकर असद्उद्दीन ओवैसी का बयान आने लगा है। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने वक्फ सर्वे को लेकर कहा कि एनआरसी और वक्फ के सर्वे में कोई में फर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि जैसे एनआरसी जबरदस्ती थोपा जा रहा है, वैसे ही वक्फ सर्वे की संपत्ति का सर्वे हो रहा है। देश तथा प्रदेश में राष्ट्रवाद जबरदस्ती थोपा जा रहा है।
ओवैसी ने कहा कि संविधान ने सबको अधिकार दिया है। सभी को अपनी इच्छानुसार पहनने और रहने का अधिकार है। मदरसा सर्वे के बाद वक्फ सम्पत्तियों की जांच पर रार के बीच में ओवैसी कूद पड़े हैं। अभी उत्तर प्रदेश के किसी विपक्षी दल ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है, जबकि ओवैसी हैदराबाद से मामले को तूल दे रहे हैं।
एआइएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी ने कहा है कि अब योगी आदित्यनाथ सरकार की नजर कीमती वक्फ संपत्तियों पर है। इसकी जांच एनआरसी जैसी है। उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि वक्फ की सम्पत्ति पर कहीं भी अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा है कि ओवैसी देश व प्रदेश के मुसलमानों के हितरक्षक नहीं हैं वह मुसलमानों के खिलाफ हैं।
सांसद असद्उद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की नजर वक्फ सम्पत्तियों पर है। वक्फ सम्पत्तियों की जांच एनआरसी सरीखी है। उन्होंने सवाल उठाया कि वक्फ सम्पत्तियों की जांच क्यों करवाई जा रही है। ओवैसी की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा है कि वक्फ सम्पत्ति पर जो लोग काबिज हैं, उनसे सम्पत्ति को मुक्त करवाना चाहिए। अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए। प्रदेश सरकार की नीयत में खोट है। नीयत साफ होनी चाहिए।