पीडब्ल्यूडी के महिला अधिकारी की प्रताड़ना से त्रस्त ठेकेदार ने की आत्महत्या,

दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला अधिकारी की प्रताड़ना से त्रस्त ठेकेदार ने जान दे दी। ठेकेदार गोमतीनगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट का रहने वाला है। ठेकेदार ने सुसाइडनोट में प्रताड़ना की पूरी कहानी लिख दी है।

 

लखनऊ,  गोमतीनगर विस्तार इलाके के शिप्रा अपार्टमेंट में रहने वाले 42 वर्षीय ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह ने शुक्रवार की देर रात फांसी लगा ली। घर के अंदर फंदे पर उनका शव लटकता मिला। उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उन्होंने पीडब्ल्यूडी में तैनात एक महिला अधिशाषी अभियंता पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

महिला अधिशाषी अभियंता ने सात माह पूर्व ठेकेदार के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा इंदिरानगर थाने में दर्ज कराया था। जिसमें वह जेल गए थे। आरोप है कि जेल से छूटने के बाद अधिशाषी अभियंता लगातार रुपयों की मांग कर रही थी। वह प्रताड़ित करने और घर बर्बाद करने की धमकी देने और कहीं मुंह दिखाने लायक न छोड़ने की धमकी दे रही थी। जिससे परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली।

 

इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार ने बताया कि ठेकेदार पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसमें वह जेल भी गए थे। घरवालों ने अभी किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी है। सुसाइड नोट के तथ्यों समेत कई अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है। ठेकेदार के घरवाले जो भी तहरीर देंगे उसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

बेटे को दूसरे कमरे में भेज दिया पढ़ाई करने और लगा ली फांसी : प्रशांत विजय सिंह के छोटे भाई स्वतंत्र विजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात को भाई अपने कमरे में थे। भतीजा राघव पढ़ाई कर रहा था। भाई प्रशांत ने राघव से कहा कि मैं सोने जा रहा हूं तुम दूसरे कमरे में पढ़ो जाकर और दरवाजा बंद कर दिया। देर रात भाभी नितिशा ने दरवाजा खटखटाया कोई उत्तर नहीं मिला।

 

शोर सुनकर घर वाले भी आ गए। खिड़की से अंदर देखा गया तो भाई पंखे से चादर के सहारे फंदे पर लटके थे। आनन फानन दरवाजा तोड़कर भाई को फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां, डाक्टरों ने भाई को मृत घोषित कर दिया। भाई के परिवार में दो बेटे और भाभी हैं।

सुसाइड नोट में लिखी प्रताड़ना : स्वतंत्र विजय के मुताबिक, भाई ने महिला अधिशाषी अभियंता पर आरोप लगाते हुए लिखा कि मैंने ऐसा क्या कर दिया था जिसकी सजा तुमने और तुम्हारे पिता ने इतनी बड़ी थी। मुझे बर्बाद कर दिया। मुझे अब क्यों परेशान कर रही हो।

 

स्वतंत्र विजय ने बताया कि भाई को ब्लैकमेल कर महिला अधिशाषी अभियंता ने झूठे मुकदमें में फंसा दिया। वह भाई से रुपयों की मांग करती थी। भाई लाखों रुपये उसे दे चुके हैं। महिला और उसके पिता दोनों धमकी देते थे। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग स्वतंत्र ने की है।

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