अयोध्या में पीएफआइ का एक और सक्रिय सदस्य गिरफ्तार, लखनऊ एनआइए कोर्ट में पेशी के बाद भेजा जाएगा जेल

अयोध्या में एक और पीएफआइ के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। उसे लखनऊ के एनआइए कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। पीएफआइ का मुख्य उद्देश्य 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना है। केंद्र एवं यूपी सरकार को बदनाम करना भी एजेंड में शामिल है।

 

अयोध्या, आवाज़ ~ ए ~ लखनऊ । रामनगरी में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) का एक और सक्रिय सदस्य गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़ा गया अभियुक्त मोहम्मद जैद शहर के पुरानी सब्जी मंडी मोहल्ले का रहने वाला बताया जा रहा है। वह लंबे समय से इस संगठन के लिए कार्य रहा था। उसके पास से पुलिस ने सरकार विरोधी पर्चे, पेन ड्राइव, मोबाइल फोन, उर्दू साहित्य जैसी कई चीजें बरामद किया है।

जैद केरल में आयोजित होने वाले पीएफआइ के कार्यक्रमों में शामिल होता रहा है। संगठन के शीर्ष नेताओं के साथ जैद के संबंध बताए गए हैं। अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी यहां से हो चुकी है। चार दिन पूर्व बीकापुर के कुढ़ा गांव में पकड़े गए पीएफआइ कार्यकर्ता अरकम से पूछताछ में जैद के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी। दोनों मिल कर रामनगरी में पीएफआइ की गतिविधियों का संचालन कर रहे थे।

अयोध्या में पीएफआइ के और भी सक्रिय सदस्य होने की आशंका में पुलिस एवं एनआइए ने रामनगरी में अपनी जांच तेज कर दी है। जैद के विरुद्ध कोतवाली नगर में प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसकी जांच सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह को सौंपी गई है। जैद को रीडगंज स्थित आंख अस्पताल तिराहा से गिरफ्तार किया गया है। उसे लखनऊ स्थित एनआइए कोर्ट में पेश करने के उपरांत जेल भेजा जाएगा।

अभी तक हुई गिरफ्तारियों से एक बात तो स्पष्ट है कि पीएफआइ का मुख्य उद्देश्य 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना है। इसके लिए हिंदू-मुस्लिम को विघटित करने के साथ ही केंद्र एवं उत्तर प्रदेश की सरकार को बदनाम करना भी इस संगठन के एजेंड में शामिल है। यह संगठन इस्मालिक राष्ट्रों से मैत्री संबंध स्थापित कर भारत को अस्थिर करने का षड़यंत्र कर रहा है।

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