महिला मानसिक रोगी थी। लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं कर पा रहा है। गांव में यह भी चर्चाएं हो रही हैं कि ससुराल में सीमा खुश नहीं थी। उसका उत्पीड़न किया जा रहा था। यही कारण था कि उसने मायके आकर बच्ची को तालाब में फेंक कर खुदकुशी कर ली।
बाराबंकी, मां ने पहले अपनी बेटी को तालाब में फेंक दिया और बाद में खुद फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस इस मामले में तफ्तीश करने में जुटी है। हालांकि, घटना के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। गांव में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
जैदपुर थाना के ग्राम रामपुर निवासी अमरेश कुमार की 30 वर्षीय पत्नी सीमा अपने बच्चों के साथ घर पर अकेली थी। एक वर्षीय बच्ची विधि, पांच वर्षीय अंशिका घर पर थी। सीमा की मां, पिता, भाई सभी लोग पास में ही धान की फसल तैयार करने गए थे। सतरिख थाना के भनौली में उसका सुसराल है। गुरुवार की रात वह मायके आई थी। पति बब्लू मजदूरी करता है।
शुक्रवार सुबह 11 बजे सीमा ने एक वर्षीय बच्ची विधि को ले जाकर पास स्थित तालाब में फेंक दिया। तालाब में डूबने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वह घर पहुंची और कमरे में साड़ी से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। जब परिवारजन खेत से वापस आए तो देखा कि सीमा का शव फंदे से लटक रहा है। पुलिस को मामले की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस मायके और ससुराल पक्ष के लोगों से पूछताछ कर रही है।
महिला को बताया जा रहा मानसिक रोगी : बताया जा रहा है कि महिला मानसिक रोगी थी। उसका इलाज चल रहा था, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं कर सका है। वहीं, गांव में चर्चाएं यह भी है कि ससुराल में सीमा खुश नहीं थी। उसका उत्पीड़न किया जा रहा था। यही कारण था कि उसने मायके आकर बच्ची को तालाब में फेंक कर खुदकुशी कर ली। इन सभी तथ्यों को पुलिस जुटाकर कारणों का पता लगा रही है।
मायके में रह रही महिला ने आत्महत्या कर ली है। इससे पहले संभवत: उसने एक वर्षीय बच्ची को तालाब में फेंक दिया था। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है, जल्द ही कारणों का पता लग जाएगा। परिवारजन से भी पूछताछ की जा रही है। – अखिलेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी।