दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 की तारीख का ऐलान कर दिया है। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग के मुखिया विजय सिंह ने बताया कि 4 दिसंबर को मतदान होगा और 7 दिसंबर को परिणाम आएगा।
नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 के लिए 4 दिसंबर को मतदान होगा और 7 दिसंबर को इसका परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त विजय सिंह देव ने शुक्रवार शाम को चुनाव की तारीख का ऐलान किया। इसके साथ ही दिल्ली में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है।
7 नवंबर को शुरू होगा नामांकन और 14 नवंबर अंतिम तारीख है
250 वार्ड में से 104 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं
एस की 42 सीटें आरक्षित हैं, जिनमें 21 महिला और 21 पुरुष सीटें हैं
13635 मतदान केंद्र होंगे
1,46 73, 847 मतदाता हैं
213 मतादाता 100 वर्ष से ज्यादा हैं
हर विधानसभा में एक माडल पोलिंग स्टेशन होगा। एक स्टेशन पर महिला कर्मी होंगी
55 हजार ईवीएम का उपयोग होगा।
ईवीएम पर फोटो भी होगा उम्मीदवार का
एक लाख से ज्यादा कर्मी काम करेंगे।
68 रिटर्निंग ऑफिसर होंगे।
250 एआरओ होंगे।
2000 से ज्यादा सेक्टर आफिसर होंगे।
68 वित्त पर्यवेक्षक होंगे
सारे रिटर्निंग ऑफिसर अपने कार्यालय में नामांकन लेंगे, जिसकी जानकारी प्रकाशित होगी
रात 10 बजे सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध होगा
10 बजे से 3 बजे तक नामांकन होंगे
एक प्रत्याशी 8 लाख तक खर्च कर सकेगा
निगम चुनाव एप से सभी जानकारी और सुविधाएं मिलेंगी ।
राजनीतिक दलों को आनलाइन माध्यम से इजाजत दी जाएगी।
शांति और निष्पक्षता के साथ चुनाव कराएं जाएंगे
चुनाव की अधिसूचना 7 नंवबर तक लागू होगी
14 नंवबर तक नामांकन कर सकेंगे
4 दिसंबर को चुनाव होंगे
7 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे
सुबह 8 बजे से शाम 5.30 बजे तक चुनाव प्रक्रिया पूरी होगी
दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों पर चुनाव होगा। इससे पहले दिल्ली नगर निगम तीन भागों में विभाजित था और कुल 272 वार्ड थे। ताजा परिसीमन में वार्ड की संख्या घटाकर 272 से 250 कर दी गई है।
चुनाव आयोग ने पिछले महीने ही 250 वार्डों की लिस्ट जारी कर दी थी। इसके तहत दिल्ली नगर निगम की कुल 250 सीटों में से 42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगी। वहीं, 50 प्रतिशत सीटों पर महिला उम्मीदवारों की दावेदारी है।
फरवरी में कर ली थी चुनाव की तैयारीपूर्वकालिक तीनों निगम (उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी) के चुनाव के लिए राज्य चुनाव आयोग ने फरवरी में ही चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए सभी जिलो में पर्यवेक्षक तक नियुक्त कर दिए थे। चुनाव कराने के लिए बिहार के 12 जिलों से 30 हजार ईवीएम मंगाई गई थीं।