औरैया में गांव पुर्वा पीताराम में भाभी को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतारने वाले देवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भाभी की हत्या करने के बाद वह अपनी पत्नी और बच्चे को लेकर फरार हो गया था। पुलिस आरोपित शख्स से पूछताछ कर रही है।
औरैया, गांव पुर्वा पीताराम में रविवार की शाम देवर ने भाभी को मौत की नींद सुला दी थी। चाकू से गला रेतने के बाद शरीर पर कई प्रहार किए थे। खून से सने हाथों को आंगन में लगे नल के पानी से धोकर अपने घर का ताला डालकर पत्नी व बच्चे के साथ भाग निकला था। कमरे में राेते बच्चों की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग देखने के लिए पहुंचे। बेड पर उनकी मां को मरा देख उनकी चीख निकल गई। हत्यारोपित भूरा को गिरफ्तार करने में पुलिस ने जमीन आसमान एक कर दिया था। जिसे रात करीब साढ़े तीन बजे पकड़ा गया। अछल्दा की ओर लोकेशन ट्रेस हुई थी। पूरे हत्याकांड मामले में पूछताछ जारी है।
भाई की मौत के भाभी पर थी गंदी नजर
40 वर्षीय गुड़िया देवी उर्फ गुड्डन का पति विजय सिंह गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक कंपनी में कार्य करता था। तकरीबन दो साल पहले उसकी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। भाई की मौत के बाद से देवर भूरा की नजर भाभी पर थी। उसे वह पा नहीं सका। कुछ समय बीतने के बाद गुड्डन व उसके बच्चों का सहारा बनने के लिए मौसेरे जेठ रामप्रकाश ने शादी कर ली।
नफरत की आग में जलने लगा था भूरा
मौसेरे जेठ से भाभी की शादी होने के बाद भूरा नफरत की आग में जलने लगा था। उसे इस बात का भी भय सताने लगा कि खेत-जमीन की हिस्सेदारी पर अब उसका उतना हक नहीं होगा। इसे लेकर भी आए दिन झगड़ा होने लगा। इन सारी बातों को जेहन में लिए भूरा अंदर ही अंदर जल रहा था और उसने मौका पाकर भाभी को चाकू से गोद डाला।
भूरा ने अपनी भाभी के सीने को चाकू से कई बार गोदा। शव पर मिले जख्म व निशान को देख पुलिस भी एक बार दंग रह गई। आरोपित घटना के बाद कुछ देर घर पर ही रुका रहा। भाभी के बच्चों को रोता छोड़ भाग निकला था। पुलिस अधीक्षक चारू निगम का कहना है कि भूरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी पत्नी व बच्चा अभी नहीं मिले हैं। शायद उसे किसी रिश्तेदार के यहां या गांव में ही भूरा ने छिपा दिया है। पता लगाया जा रहा है।