NASA के अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा की कक्षा में किया प्रवेश, आर्टेमिस-1 मिशन के तहत भेजा गया है ओरियन

नासा ने बताया कक्षा की दूरी के कारण चंद्रमा के चारों ओर आधी कक्षा पूरी करने में ओरियन को एक सप्ताह लगेगा। यहां से यान वापसी की यात्रा के लिए कक्षा से बाहर निकल जाएगा। चार दिन बाद ओरियन एक बार फिर से चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण बल का उपयोग करेगा।

 

वाशिंगटन,  अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ओरियन अंतरिक्ष यान चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया। आर्टेमिस-1 मिशन के तहत भेजा गया यह यान चंद्रमा से 64,400 किलोमीटर ऊपर से उड़ान भरेगा। नासा ने शनिवार को ओरियन के चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने की प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी दी।

11 दिसंबर को धरती पर होगी वापसी

नासा ने एक बयान में बताया, कक्षा की दूरी के कारण चंद्रमा के चारों ओर आधी कक्षा पूरी करने में ओरियन को लगभग एक सप्ताह लगेगा। यहां से यान वापसी की यात्रा के लिए कक्षा से बाहर निकल जाएगा। लगभग चार दिन बाद ओरियन एक बार फिर से चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण बल का उपयोग करेगा। यह यान 11 दिसंबर को प्रशांत महासागर में लैंडिंग के साथ धरती पर वापस आएगा।

पुराने रिकार्ड को तोड़ देगा ओरियन

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा, ओरियन मनुष्यों को अंतरिक्ष में ले जाने और उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाने के लिए डिजाइन किए गए किसी अंतरिक्ष यान द्वारा तय की गई सबसे दूर की दूरी के रिकार्ड को तोड़ देगा। यह रिकार्ड अभी अपोलो 13 अंतरिक्ष यान के नाम दर्ज है। इस मिशन के सफल होने पर नासा की वर्ष 2025 में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने की योजना की है। 1972 में अपोलो मिशन की समाप्ति के बाद नासा की यह पहली योजना है।

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