यूपी निकाय चुनाव में हाइकोर्ट के आदेश के बाद रद किए गए ओबीसी आरक्षण के मामले में सपा ने भाजपा को घेराना शुरु कर दिया है। लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर एक के बाद एक हमले कर सरकार को पिछड़ा और दलित विरोधी बताया।
लखनऊ, अखिलेश यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का पिछड़ों के प्रति व्यवहार हमेशा से ही सौतेला रहा है। आज भाजपा ने पिछड़ों का आरक्षण छीना है कल दलितों का से भी आरक्षण छीनेंगे। बाबा साहब ने जो सपने दिखाए थे सरकार अब एक एक कर उन्हें नष्ट कर रही है।
भाजपा पिछड़ों और दलितों से छीनना चाहती है सारे हक- अखिलेश
अखिलेश ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि भाजपा षड्यंत्र के तहत बाबा साहब के दिये अधिकार को खत्म कर रही है। ओबीसी व दलित का आरक्षण छीन कर उन्हें गुलाम बनाना चाहती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा पिछड़ों का वोट चाहती है, उन्हें भागीदारी का अधिकार नहीं देती, दिल्ली और यूपी में बनी सरकार पिछड़ों के वोट से बनी सरकार है लेकिन इनकी सरकार में पिछड़ों के लिए जगह नहीं है, सरकार आरक्षण तो खत्म कर ही रही है, साथ ही चुनाव से भी भागना चाहती है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने पुलिस भर्ती का घोषित रिजल्ट बदल दिया था। इसमें 1700 पिछड़े और दलित नौजवानों को को नौकरी मिली थी लेकिन 4 दिन बाद ही भाजपा ने रिजल्ट बदलकर उनकी खुशी छीन ली थी।
उस समय भी वे लोग हर मंत्री के घर गए पर कुछ नहीं हुआ। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद नेता की आत्मा मर जाती है। उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता है। 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में भी यही हुआ। यूनिवर्सिटी में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ। बांदा में यूनिवर्सिटी में बड़ा घोटाला हुआ। पिछड़ों और दलितों के साथ यूनिवर्सिटी में भी भेदभाव हो रहा है।
यूपी निकाय चुनाव में हाइकोर्ट की ओर से ओबीसी आरक्षण को रद कर चुनाव कराने के आदेश के बाद से ही सपा सहित अन्य नेता और पार्टियां भाजपा पर हमलावर हैं। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में कहा था कि पहले ओबीसी को आरक्षण मिलेगा इसके बाद ही चुनाव होगा। सरकार ने इसके लिए एक आयोग का भी गठन कर दिया है।