गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने आए श्रद्धालुओं से मिले CM योगी आदित्यनाथ, बच्चों को पास बुलाकर किया दुलार

सीएम योगी आदित्यनाथ ने खिचड़ी मेला परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्था देखी। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। श्रद्धालुओं से भी मुलाकात कर उनसे व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। बच्चों को पास बुलाकर उन्हें दुलारने के साथ ही आशिर्वाद दिए।

 

गोरखपुर, खिचड़ी मेले की व्यवस्था की बेहतरी और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में डेरा डाल दिया है। देर रात वह मेला परिसर का निरीक्षण करने के लिए परिसर में निकले। एक- एक व्यवस्था देखी और व्यवस्था की बेहतरी के लिए जरूरी निर्देश दिए।

सुविधाओं की जानकारी का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने का निर्देशमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खोया- पाया केंद्र, अस्थायी चिकित्सालय व अन्य शिविरों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। निर्देशित किया कि चिकित्सालय व अन्य उपलब्ध सभी सुविधाओं की जानकारी का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने समूचे मंदिर व मेला परिसर में साफ- सफाई, सुरक्षा व अन्य सभी सुविधाओं को लेकर भी जरूरी निर्देश दिए। कहा कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए रैन बसेरों में बेहतरीन व्यवस्था होनी चाहिए।

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श्रद्धालुओं की पूछी कुशलक्षेमरात्रिकालीन निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से भी मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। खिचड़ी चढ़ाने के लिए अन्य जिलों से आए श्रद्धालुओं से उन्होंने रुकने की व्यवस्था के बारे में पूछा। सबने बताया कि जिला व मंदिर प्रशासन की ओर से उनके लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ श्रद्धालुओं के साथ आए उनके बच्चों को पास बुलाकर दुलारा और उन्हें आशीर्वाद दिया। बच्चों की पढ़ाई के बारे में पूछकर खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।

 

खिचड़ी मेले की तैयारी पर पल- पल नजर रखेंगे योगीचार दिन के दौरे पर शुक्रवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की तड़के शुरू होने वाले खिचड़ी मेले की तैयारियों पर शनिवार यानी आज पल-पल नजर रखेंगे। इसके लिए आज वह पूरे दिन मंदिर परिसर में ही रहेंगे। इस दौरान व्यवस्था को लेकर परिसर में उनका निरीक्षण लगातार चलता रहेगा। खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला आज से ही शुरू हो गया है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मंदिर प्रबंधन और पुलिस-प्रशासन को सहेज दिया था।

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