डा.शैली हत्याकांड 13 मई 2015 को डाक्टर शैली समेत चार की गला रेतकर की गई थी हत्या। अभी तक हुई जांच की हाेगी समीक्षा वरिष्ठ अधिकारियों ने मांगी रिपोर्ट। हत्याकांड की पुलिस ने दो साल जांच की लेकिन कातिलों का पता नहीं लगा सकी।
मुरादाबाद, मुरादाबाद के जिगर कालोनी में हुए सनसनीखेज हत्याकांड के प्रश्नों के उत्तर नौ साल बाद भी अनसुलझे हैं। कैसे एक ही रात में हंसते-खेलते परिवार के सभी सदस्यों को गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने पांच साल की पोती तक को नहीं छोड़ा था। हत्यारों और हत्या के पीछे की साजिश को रचने वालों के नाम हर कोई जानना चाहता है। जांच के लिए बीते नौ साल में अलग-अलग अधिकारियों ने 12 टीमें गठित की जा चुकी हैं। लेकिन, नतीजा सामने नहीं आया है।
चार लोगों की हुई थी हत्या13 मई 2014 की रात को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जिगर कालोनी स्थित आवास में जिला अस्पताल की सेवानिवृत्त सीएमएस डा. शैली मेहरोत्रा, उनके पति डा. ओम मेहरोत्रा सहित चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने डा. शैली, डा. ओम और ननद रश्मि मेहरोत्रा की हत्या गला रेतकर की थी। जबकि तीन साल की पोती दिव्यांशी उर्फ गिन्नी को गला दबाकर मारा था। मृतक डा. शैली की बेटी डा. गुंजन अरोरा ने सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। सितंबर 2016 में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर केस को बंद कर दिया था।