लखनऊ के अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। शासन ने तत्काल तीन सदस्यीय टीम का गठन कर जांच शुरु कर दी है। वहीं इस मामले में सपा नेता शाहिज मंजूर के बेटे सहित 3 पर FIR दर्ज होगी।
लखनऊ, वजीर हसन रोड स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे अचानक ढ़ह गया था। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ सेना करीब 15 घंटों से रेस्क्यू आपरेशन कर 15 लोगों को सुरक्षित बचाया है। अभी भी कुछ लोग फंसे हुए हैं। जिनसे फोन पर बातचीत की जा रही है। साथ ही आक्सीजन सपोर्ट भी दिया जा रहा है।
अलाया अपार्टमेंट मामले में हजरतगंज कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की गई है। आरोपितों में मोहम्मद तारिक, सपा विधायक शाहिद मंजूर का बेटा नवाजिश शाहिद और फाहद याजदानी का नाम शामिल है। तीनों के खिलाफ आइपीसी की 323, 308, 420, 120B धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
सीएम योगी ने सात दिन में मांगी जांच रिपोर्टअपार्टमेंट गिरने का मामला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जिसमें मंडलायुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी शामिल हैं। टीम एक सप्ताह में सीएम योगी को हादसे की रिपोर्ट सौंपेगी।
कमिश्नर रोशन जैकब ने जानकारी देते हुए बताया था कि सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे समेत तीन के खिलाफ मुकदमा लिखाए जाने का आदेश दिया गया है।
बता दें कि हादसे के वक्त अपार्टमेंट में कई लोग मौजूद थे। मलबे में करीब 30 से ज्यादा लोग दब गए थे। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। अपार्टमेंट में कुछ दिन से मरम्मत और पाइप लाइन का काम चल रहा था।
अपार्टमेंट अचानक जमींदोज कैसे हो गया, ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। बिल्डिंग का निर्माण यजदान बिल्डर्स ने किया था। अलाया अपार्टमेंट में कुल 14 परिवार रहते थे। मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे अचानक अपार्टमेंट भरभराकर गिर गया। भीतर मौजूद लोगों की चीख मलबे में दब गई। वहीं, आसपास मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई थी।