यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स-23 में अब तक करीब 33 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। 18643 से अधिक एमओयू साइन किए जा चुके हैं। ऐसे में सीएम योगी ने सभी सहयोगी देशों से कहा कि यूपी में निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश को देश का ग्रोथ इंजन बनाने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स-23 के कंट्री पार्टनर देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ अलग-अलग बैठक कर प्रदेश सरकार के दृष्टिकोण को साझा किया। यूपीजीआइएस-23 के सहयोगी देश डेनमार्क, नीदरलैंड व सिंगापुर के उच्चायुक्तों के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के साथ-साथ स्पेन के शिष्टमंडल से भी वे मिले और उत्तर प्रदेश के वर्तमान आर्थिक परिदृष्य पर चर्चा की।
यूपी में निवेश करने वाली कंपनियों का निवेश सुरक्षित रहेगासीएम योगी ने यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक (ईआइबी) के वाइस प्रेसिडेंट व बेल्जियम के पूर्व उप प्रधानमंत्री क्रिस पीटर्स, द काउंसिल आफ ईयू चैंबर्स आफ कामर्स इन इंडिया के निदेशक डा. रेनू शाम और अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आइएफसी) के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात कर भरोसा दिलाया कि यूपी में निवेश करने वाली कंपनियों का निवेश सुरक्षित रहेगा, हमारी सरकार उन्हें पूरा सहयोग देगी। सहयोगी देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से बदलते यूपी की चर्चा की और विश्वास दिलाया कि ये दशक उत्तर प्रदेश का है।
यूपी में पर्याप्त कृषि योग्य तथा उपजाऊ भूमिप्रदेश के पांच शहरों में मेट्रो रेल सेवा संचालित है तथा आगरा में इस दिशा में कार्य चल रहा है। राज्य में डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर भी मौजूद है। राज्य में पर्याप्त कृषि योग्य तथा उपजाऊ भूमि है। देश की कुल कृषि योग्य भूमि में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की है, जबकि कुल खाद्यान्न उत्पादन में राज्य 20 प्रतिशत का योगदान करता है। गन्ना, दूध, आलू, एथेनाल आदि के उत्पादन में प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान स्वागत-सत्कार तथा लोगों के अच्छे व्यवहार की प्रशंसा की।