क्रिकेट खेलकर खराब नहीं ‘नवाब’ बन गए रिंकू सिंह, मां-बाप का सपना- बेटा कर दिखाए यह कारनामा

गुजरात टाइटन्स के खिलाफ रिंकू की पारी को न ही कोलकाता के फैंस कभी भूल सकते हैं और न ही गुजरात की टीम। एक ओवर में पांच छक्के लगाकर न सिर्फ उन्होंने केकेआर को मैच में जीत दिलाई बल्कि उन्होंने अपने-मां बाप का भी दिल जीत लिया।

 

नई दिल्ली, स्पोर्टस डेस्क। “पढोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे बनोगे ख़राब” इस बात को रिंकू सिंह ने गलत साबित कर दिखाय। बचपन में क्रिकेट खेलने की वजह से पिता से जमकर पिटने वाले रिंकू सिंह इस समय आईपीएल में गेंदबाजों की धुनाई कर रहे हैं। गुजरात टाइटन्स के खिलाफ रिंकू की पारी को न ही कोलकाता के फैंस कभी भूल सकते हैं और न ही गुजरात की टीम। एक ओवर में पांच छक्के लगाकर न सिर्फ उन्होंने केकेआर को मैच में जीत दिलाई, बल्कि उन्होंने अपने-मां बाप का भी दिल जीत लिया।

मां-बाप ने रिंकू के बचपन को किया याद

गुजरात के खिलाफ रिंकू की शानदार पारी को देखने के बाद उनकी मां वीना देवी ने रिंकू के बचपन की बात को याद करते हुए कहा,”मेरी इच्छा है कि वह इंडिया की तरफ से भी खेले। हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करे। उन्होंने आगे कहा किरिंकू को शुरू से ही क्रिकेट खेलना पसंद था। पिता जी उसे डांटते थे। मैं भी रोकती थी, लेकिन वो कहता था मुझे नहीं पढ़ना, क्रिकेट खेलना है।” रिंकू के पिता खानचंद ने उनके बचपन को याद करते हुए कहा, “बेटा ने आज सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। मेरा यही आशीर्वाद है कि वह ऐसे ही खेलता रहे और देश के लिए खेले। उन्होंने आगे कहा कि रिंकू ने जो मेहनत की, आज उसी का परिणाम है। आगे भी अच्छा खेलेगा।

पिता को मिल रही चारों तरफ से बधाई

बता दें कि रिंकू के पिता टेम्पो के जरिए घर-घर जाकर सेलेन्डर पहुंचाने का काम करते हैं। आज के समय खानचंद जहां भी जातें हैं लोग उन्हें बधाई देते हैं। अलीगढ़ के रिंकी ने अहमदाबाद में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ आखिरी ओवर में पांच छक्के जड़ दिए। गुजरात के खिलाफ रिंकू ने 21 गेंदों पर 48 रन बनाए थे। गुजरात के खिलाफ खेले गए मुकाबले में कोलकाता को दूसरी पारी में 205 रन की जरुरत थी। इस हाई स्कोर का पीछा करते हुए ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर ने 40 गेंदों पर 83 रन की पारी खेली। वहीं, कप्तान नितीश राणा ने 45 रन की पारी खेली।

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