भदोही पुलिस ने किशोरी की हत्या मामले का खुलासा करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है।एक सितंबर को किशोरी की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते हुई थी। पुलिस ने इस मामले में बुधवार को मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हत्या का राजफाश करने में जुटी पुलिस टीम को जीआइजी मिर्जापुर ने 25 और एसपी ने 25 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।
ज्ञानपुर ( भदोही ) वाराणसी की 17 वर्षीय किशोरी की हत्या का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। एक सितंबर को किशोरी की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते हुई थी। पुलिस ने इस मामले में बुधवार को मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। कंचनपुर गेट भिखारीपुरी मंडुआडीह वाराणसी निवासी उपेंद्र श्रीवास्तव ने किशोरी का महामनापुरी कालोनी के एक कमरे में गला दबाया और जमीन पर पटक दिया। सिर में गंभीर चोट के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। उसने खोजवां बाजार से लोहे का बक्सा, रस्सी और प्लास्टिक का पाइप खरीदा। लौटकर कमरे पर आया और रात नौ बजे शव को बक्से में भरकर अपनी बाइक के पीछे बांधकर कालोनी के पास के पंप से बाइक में तीन सौ रुपये का पेट्रोल भराया।
शव फेंकने के लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढ़ते-ढूंढ़ते गोपीगंज थाना के लाला नगर टोल प्लाजा के पास आ गया। टोल प्लाजा के पास खेत की झाड़ियों में बक्सा गिरा दिया। किशोरी की शिनाख्त न हो सके इसके लिए उसने बाइक से पेट्रोल निकालकर चेहरा जला दिया। दो सितंबर को स्थानीय लोगों ने बक्सा और उसमें अधजला शव देखा। पुलिस के लिए हत्या का राजफाश करना चुनौती थी, दस दिन में कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और आखिरकार हत्यारा गिरफ्तार कर लिया गया।
खंगाले गए 200 सीसीटीवी कैमरे
पुलिस अधीक्षक डा. मीनाक्षी कात्यायन ने बुधवार को जानकारी दी कि शव की शिनाख्त के लिए पुलिस की छह टीम लगी थीं। लालानगर टोल प्लाजा के पास कन्हैयालाल गुप्ता की मिठाई की दुकान के आगे लगे सीसीटीवी में उसकी बाइक स्पष्ट रूप से दिखाई दी। वह वाराणसी की ओर से आता दिखा था। पुलिस ने वाराणसी रूट पर दो सौ स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले। अंतिम स्थान भिखारीपुर महामनापुरी कालोनी के पास पेट्रोल पंप पर उसकी बाइक और कुछ हिस्सा दिखाई दिया। पंप कर्मियों ने जानकारी दी कि वह अक्सर पेट्रोल भराता है, इससे स्पष्ट हो गया कि वह आसपास के क्षेत्र का ही है।
1200 रुपये में खरीदा था लोहे का बक्सा
पुलिस ने भिखारीपुर से खोजवां तक बक्से के दुकान पर पूछताछ की तो खोजवा में दुकानदार ने बताया कि एक सितंबर को युवक 1200 रुपये में बक्सा खरीद कर ले गया। उसने क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया है। पुलिस ने क्रेडिट कार्ड के जरिए डिटेल निकाली, वहीं मड़ुआडीह थाने से जानकारी ली। ज्ञानपुर साइबर सेल से उसके मोबाइल की लोकेशन वाराणसी कैंट के सामने हनुमान मंदिर की मिली। 13 सितंबर को पुलिस टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे दोपहर 1.40 बजे उसे गिरफ्तार कर लिया।
दो लड़कों से था किशोरी का अफेयर
गिरफ्तार हत्यारे उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि वह हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में सेल्समैन का काम करता है। एक साल पहले उसकी मुलाकात किशोरी से उसके जन्मदिन पर हुई थी। इसके बाद से दोनों में नजदीकी बढ़ी। उसने महामनापुरी कालोनी में किराए का मकान ले रखा था। उसी में किशोरी दिन भर उसके साथ रहती थी और शाम को घर चली जाती। 20 दिन पूर्व उसे जानकारी हुई कि किशोरी का उसके पड़ोस के युवक के साथ चक्कर है। उसने मना किया, लेकिन वह नहीं मानी। इससे उसने हत्या करने की योजना बनाई।
पुलिस टीम को 50 हजार रुपये इनाम
हत्या का राजफाश करने में जुटी पुलिस टीम को जीआइजी मिर्जापुर ने 25 और पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है। एसपी ने कहा कि यह इस तरह का पहला मामला है, जिसमें पुलिस टीम काफी लोगों से मिली और हत्यारे को गिरफ्तार किया।