लखीमपुर में कर्ज में डूबे किसान की आज हृदयगति रुकने से मौत हो गई। किसान की मौत की खबर के बाद भारी संख्या में किसान नेताओं ने उसके घर पहुंचकर भूमि विकास बैंक के खिलाफ नारेबाजी की और मृतक के परिवारीजन ने हैदराबाद पुलिस को बैंक कर्मियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं किसान की मौत के बाद स्वजन बदहवास हैं।
लखीमपुर ; रजागंज — भूमि विकास बैंक के कर्ज में डूबे एक किसान की ह्रदय गति रुकने से मौत हो गई। जिसके बाद किसान नेताओं ने गांव पहुंचकर भूमि विकास बैंक के खिलाफ नारेबाजी की और मृतक के परिवारीजन ने हैदराबाद पुलिस को बैंक कर्मियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि मंगलवार की शाम को भूमि विकास बैंक कर्मी थाना हैदराबाद क्षेत्र के गांव जमालपुर निवासी किसान छोटेलाल उम्र 58 वर्ष के घर पहुंचे और कर्ज वसूली की करवाई करते हुए किसान के घर की नाप -जोख की। साथ ही घर के सभी सदस्यों के अंगूठे लगवाए और छोटेलाल को अपनी कार में बिठाकर गांव से ले जाने लगे तो ग्रामीणों ने उन्हें छोड़ने को कहा। एक दो घंटे तक बैंक कर्मियों द्वारा छोटेलाल को डराया धमकाया गया। जिसके बाद गांव के ही रामू की गवाही पर छोड़ते हुए कहा कि शुक्रवार तक कम से कम एक लाख जमा कराओ नहीं तो 14 दिन के लिए जेल भेज देंगे और 50 हजार रुपये की पेनाल्टी भी लगेगी।
मृतक के पुत्र गोपी चंद्र ने बताया कि उसके पिता छोटेलाल को बैंक कर्मियों ने खूब डराया धमकाया और और गाड़ी में बिठाकर गांव से ले गए। फिर पांच सौ रुपये लेकर छोड़ दिया । जिसके बाद पिताजी सदमे में आ गए और देर रात्रि उनकी अचानक मौत हो गई।
पुत्र गोपीचंद ने बताया कि उसके पिता छोटेलाल ने 2009 में भूमि विकास बैंक से महज 60 हजार रुपये का कर्ज लिया था ,जो अब तीन लाख के करीब पहुंच गया है। छोटेलाल के पास आठ बीघे जमीन है जिससे उसने पांच पुत्रियों की शादी की है और तीन पुत्रों के परिवार का खर्च चला रहा था। वर्ष 1995 में छोटेलाल ग्राम प्रधान भी रह चुके है इसके बाद भी इनके घर की माली हालत ठीक नहीं है, घर मे छप्पर पड़े हुए है। हैदराबाद इंस्पेक्टर बलवंत शाही ने बताया कि तहरीर मिली है पोस्टमार्टम कराने के बाद कार्रवाई की जाएगी।एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह ने बताया कि सुबह जानकारी हुई है उनका स्टाफ मौके पर है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।