प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सूट पहने दिखेंगे यूपी पुलिस के जवान

इन्हें भाषा को लेकर कोई परेशानी न हो इसके लिए उनकी भाषा आसानी के समझने वाले प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है। इनमें उन अधिकारियों को वरीयता दी गई है जो हिंदी व अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओं को बोल व समझ सकते हैं। डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि समारोह में विभिन्न प्रदेशों सहित कई देशों से अतिथियों को बुलाया गया है।

 

लखनऊ। अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह स्थल में तैनात किए जाने वाले पुलिस अधिकारियों व जवानों के लिए विशेष ड्रेस कोड लागू किया गया है। वहां तैनात किए जा रहे पुलिस अधिकारी व जवान खाकी की बजाय सूट (कोट-पैंट) पहने दिखेंगे। समारोह स्थल के अंदर अतिथियों को ज्यादा पुलिस बल की मौजूदगी का अहसास न हो, इसके लिए यह व्यवस्था की जा रही है। समारोह में देश व विदेश से आने वाले अतिथियों से बातचीत के लिए अलग-अलग भाषा बोलने वाले आईपीएस अधिकारियों की भी तैनाती की जा रही है। इन 570 अधिकारियों व जवानों को एनएसजी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसीज ने प्रशिक्षण दिया है

डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि समारोह में विभिन्न प्रदेशों सहित कई देशों से अतिथियों को बुलाया गया है। इन्हें भाषा को लेकर कोई परेशानी न हो इसके लिए उनकी भाषा आसानी के समझने वाले प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है। इनमें उन अधिकारियों को वरीयता दी गई है जो हिंदी व अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओं को बोल व समझ सकते हैं। उन्होंने बताया कि धरती, आकाश और जल हर तरफ से सुरक्षा व्यवस्था के लिए आधुनिक तकनीकों के साथ जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही जमीन के अंदर से भी किसी प्रकार के संभावित हमले को नाकाम करने के लिए पुलिस ने एंटी माइंस ड्रोन की तैनाती की है।

वीआइपी सुरक्षा के लिए पहली बार विशेष टीमों का गठन

प्रदेश में पहली बार डबल लेयर वीआइपी सुरक्षा के लिए पुलिस ने 105 टीमों का गठन किया है। अयोध्या व लोकसभा चुनाव में होने वाले वीवीआइपी व वीआइपी मूवमेंट के मद्देनजर तैयार की गई टीमों में 570 अधिकारियों व जवानों को शामिल किया गया है। सुरक्षा घेरा प्रदान करने वाली 45 टीमों में 45 उपाधीक्षक और 225 पुलिस निरीक्षकों को शामिल किया गया है। चेकिंग करने वाली 60 टीमों में 60 उपनिरीक्षक,120 मुख्य आरक्षी तथा 120 महिला मुख्य आरक्षियों को शामिल किया गया है। इन्हें एनएसजी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसीज ने एक माह का प्रशिक्षण दिया है। दुनियाभर में सुरक्षा में हुई चूक के कारण हुई घटनाओं की जानकारी के साथ इन्हें प्रशिक्षण दिया गया है। कम दूरी में मार करने वाले हथियारों से लैस इन जवानों को विशेष क्यू आर कोड वाले डिजीटल स्मार्ट आइडी कार्ड जारी किए गए हैं।

इन कार्डों में इनके नाम,पता, पद, तैनाती, फोन नंबर के अलावा ब्लड ग्रुप व फोटो उपलब्ध रहेंगे। इनकी ड्यूटी की सारी जानकारी भी इसी कार्ड में रहेगी। अपर पुलिस महानिदेशक रघुबीर लाल, पुलिस उप महानिरीक्षक सुरक्षा वीके सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा असित श्रीवास्तव ने भी इन्हें प्रशिक्षण दिया है। मंगलवार को प्रशिक्षण समाप्त होने पर डीजीपी विजय कुमार ने सभी को बधाई दी।

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