पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल मंगलवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के सभागार में सुरक्षाकर्मियों से रूबरू हुए थे। पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए थे कि श्रद्धालु श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करने आते हैं इसलिए उनकी मदद की जानी चाहिए। भीड़ प्रबंधन के नाम पर धक्का दिए जाने पर रोक लगाते हुए नो टच पालिसी लागू कर दी।
वाराणसी । श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गर्भ गृह में बुधवार को पुलिसकर्मियों ने सादे वेश में ड्यूटी की। गेरुवा वस्त्र और ओम लिखा दुपट्टा ओढ़े पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं के दर्शन में मदद करते उत्साहित नजर आ रहे थे। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी श्रद्धालुओं को भगवान के स्वरूप का दर्शन कराने में मदद करने के लिए लगाई गई है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल मंगलवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के सभागार में सुरक्षाकर्मियों से रूबरू हुए थे। पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए थे कि श्रद्धालु श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करने आते हैं, इसलिए उनकी मदद की जानी चाहिए।
भीड़ प्रबंधन के नाम पर धक्का दिए जाने पर रोक लगाते हुए नो टच पालिसी लागू कर दी। उनके निर्देश के क्रम में बुधवार को पहले दिन मुख्य आरक्षी सुधीर कुमार, पवन कुमार, कांस्टेबल मंगल सिंह, राजेंद्र सिंह, संजीव कुमार, महिला कांस्टेबल उर्मिला वर्मा, अंकु, सिम्मल सिंह आदि की सादे वेश में ड्यूटी लगाई गई। पुलिसकर्मियों को सादे वेश में ड्यूटी लगाए जाने की स्थानीय लोगों ने सराहना की।
पुलिसकर्मियों को लंच के लिए मिलेगी जगह
पुलिसकर्मियों की श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में आठ-आठ घंटे की ड्यूटी लगती है। पुलिस आयुक्त ने सुरक्षा गोष्ठी में अपनी अपेक्षाएं बताते हुए पुलिसकर्मियों की पीड़ा जानी तो महिला जवानों ने कहा कि लंच करने की जगह न होने से मुश्किल उठानी पड़ती है। आठ (सुबह आठ से चार) घंटे की ड्यूटी में इत्मीनान से लंच तक नहीं कर पाते हैं। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि मंदिर प्रशासन को सुरक्षाकर्मियों की इस समस्या से अवगत कराया गया है, जल्द ही कोई हल निकलेगा।