लखनऊ में भाजपा की नींव रखने वालों में थे विधायक सुरेश श्रीवास्तव, कोरोना संक्रमण से हुआ न‍िधन,

जनसंघ से जुड़े सुरेश श्रीवास्तव उस टीम में शामिल थे जिन्होंने लखनऊ में भाजपा की नीव रखी थी। कड़क मिजाज के सुरेश साफ बात करने में विश्वास रखते थे। वैसे तो उनकी जन्मभूमि जिला बलरामपुर थी लेकिन कर्मभूमि लखनऊ को बनाया था।

 

लखनऊ,  लखनऊ पश्चिम विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सुरेश श्रीवास्तव का शुक्रवार देर शाम निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे और उनका संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआइ) के राजधानी कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनकी पत्नी मालती भी संक्रमित थी, जबकि छोटा बेटा सौरभ भी कोरोना संक्रमित है। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे और एक बेटी है। सुरेश श्रीवास्तव कई दिनों से बीमार थे और घर ही इलाज चल रहा था। कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आने के कुछ दिन बाद तबियत ठीक न होने पर वह भर्ती हो गए थे। दो दिन पहले ही उनके प्रतिनिधि विजय शुक्ला की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। विजय का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।

लखनऊ में भाजपा की नींव रखने वालों में थे,

जनसंघ से जुड़े सुरेश श्रीवास्तव उस टीम में शामिल थे, जिन्होंने लखनऊ में भाजपा की नीव रखी थी। कड़क मिजाज के सुरेश साफ बात करने में विश्वास रखते थे। वैसे तो उनकी जन्मभूमि जिला बलरामपुर थी, लेकिन कर्मभूमि लखनऊ को बनाया था। वकालत की पढ़ाई के साथ साथ क्रिमिनोलॉजी विषय में पीजी डिप्लोमा भी किया था तथा वकालत की डिग्री पाने के बाद कुछ वर्षों तक सुप्रीम कोर्ट के वकील के रूप में भी कार्य किया।

बचपन से ही संघ से जुड़ गए,

सुरेश श्रीवास्तव बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे संघ द्वारा आयोजित शैक्षिक तथा सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाते थे। जनसंघ से जुडऩे के बाद जब वर्ष 1980 में भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ, वह उस समय भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ता के साथ साथ पार्टी के विभिन्न पदों पर कार्य किया। वह 1989-92 के दरम्यान लखनऊ महानगर भाजपा के अध्यक्ष भी रहे।

चार बार पहुंचे थे विधानसभा

छह जून 1944 को जन्मे सुरेश श्रीवास्तव मध्य विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे थे, लेकिन वर्ष 2012 के चुनाव में वह हार गए थे और समाजवादी पार्टी से मो. नईम जीत गए थे। परिसीमन के बाद उनकी सीट पश्चिम विधानसभा हो गई थी और 2017 के चुनाव में सुरेश श्रीवास्तव ने फिर से भाजपा का परचम लहराया था। वह वर्ष 1996, 2002 व 2007 तक मध्य विधानसभा सीट से विधायक रहे।

हर किसी ने दुख जताया

रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने विधायक सुरेश श्रीवास्तव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। रक्षा मंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। रक्षा मंत्री ने अपने संदेश में कहा कि ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। सुरेश श्रीवास्तव लखनऊ की राजनीति में वरिष्ठ व समॢपत नेता थे, जो हमेशा लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्होंने समाज की भलाई के लिए अथक परिश्रम किया। उनके असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन से पीड़ा पहुंची है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने विधायक व पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेश श्रीवास्तव के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ईश्वर से दिवंगत पुण्यात्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाए व्यक्त की है। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने सुरेश श्रीवास्तव के निधन को बड़ी क्षति बताया है। शर्मा ने कहा कि सुरेश जी को कानून की बहुत जानकारी थी और नपे तुले शब्दों में ही बात करते थे। समाजिक सेवा में उनका बड़ा योगदान था। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ‘गोपाल’ ने कहा कि राजनीति सीखने का बहुत अनुभव सुरेश जी से मिला था। वह जनसेवक थे और उनके निधन से समाज को बड़ी क्षति हुई है। महापौर संयुक्ता भाटिया ने भी निधन पर शोक जताया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री व लखनऊ के प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ल व प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने भी सुरेश श्रीवास्तव के निधन शोक व्यक्त किया है।

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