इंस्पेक्टर ने बताया कि सुधार का बैंक खाता एसबीआइ में है। उनके पास बीते दिनों के व्यक्ति ने फोन किया। उसने कहा कि वह बीएसएनएल अधिकारी दीपक शर्मा बोल रहे हैं। बातों में फंसाकर कहा कि आपका मोबाइल बंद होने वाला है और बैंक खाते की डिटेल ली।
लखनऊ, साइबर जालसाज तरह तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। बैंक खातों से उनके गाढ़ी कमाई उड़ा दे रहे हैं। एक डाक्टर समेत दो के खाते से जालसाजों ने 2.81 लाख रुपये उड़ा दिए। पीड़ितों की तहरीर पर गोमतीनगर और महानगर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। गोमतीनगर निवासी डा. विजय सेठ का निरालानगर स्थित बैंक आफ इंडिया की शाखा में बचत खाता है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर केशव कुमार तिवारी ने बताया कि बीते 22 अप्रैल को डा. विजय के पास एक फोन आया। उसने खुद को वैक्सीनेशन अधिकारी बताया। उसने फोन पर ही उनके बारे में डिलेट लेकर कहा कि वह एक फार्म भर रहा है।
इसके बाद बैंक खाते के बारे में जानकारी ली। कुछ देर बाद खाते से एक लाख रुपये निकल गए। मोबाइल पर मैसेज आने पर विजय सेठ के पैरों तले जमीन खिसक गई। विजय सेठ की तहरीर पर अज्ञात जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल द्वारा मामले की जांच की जा रही है। उधर, पेपर मिल कालोनी निवासी सुधा कांडपाल ने अज्ञात जालसाजों के खिलाफ महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि सुधार का बैंक खाता एसबीआइ में है। उनके पास बीते दिनों के व्यक्ति ने फोन किया। उसने कहा कि वह बीएसएनएल अधिकारी दीपक शर्मा बोल रहे हैं। बातों में फंसाकर कहा कि आपका मोबाइल बंद होने वाला है और बैंक खाते की डिटेल ली। इसके बाद खाते से दो बार में 1.81 लाख रुपये निकल गए। इंस्पेक्टर ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।