लखनऊ में प्लाट दिलाने के नाम पर महिला समेत दो से ठगी, ऐसे ल‍िया झांसे में; एफआइआर दर्ज,

फारुक ने प्लाट खुद का होने का दावा किया। 30 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। पांच लाख रुपये एडवांस और 25 लाख रुपये आशीष ने किस्तों में दिए। सारा रुपया देने के बाद भी प्लाट की रजिस्ट्री के नाम पर फारुक और संजय टाल मटोल करने लगे।

 

लखनऊ,  प्लाट दिलाने के नाम पर जालसाजों ने महिला समेत दो लोगों से 36 लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ितों की तहरीर पर गोमतीनगर और विभूतिखंड पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। गोमतीनगर विस्तार के लोनापुर निवासी आशीष यादव ने प्लाट खरीदने के लिए बीते कुछ माह पूर्व परिचित संजय द्विवेदी से बात की। संजय ने अपने मिलने वाले मलेसेमऊ में रहने वाले फारुक से मुलाकात कर एक प्लाट उनके माध्यम से दिखाया।

फारुक ने प्लाट खुद का होने का दावा किया। 30 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। इंस्पेक्टर गोमतीनगर ने बताया कि पांच लाख रुपये एडवांस और 25 लाख रुपये आशीष ने किस्तों में दिए। सारा रुपया देने के बाद भी प्लाट की रजिस्ट्री के नाम पर फारुक और संजय टाल मटोल करने लगे। विरोध पर दो चेक दी वह भी बाउंस हो गईं। रुपये वापसी का दबाव बनाने पर दोनों धमकाने लगे। इसके बाद तहरीर देकर दोनों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।

वहीं जानकीपुरम निवासी कंचन सिंह को प्लाट दिलाने के लिए शरद सक्सेना और शिवम ने संपर्क किया। मोहनलालगंज स्थित साउट पर दो प्लाट ढाई लाख रुपये में बुक कर दिए। कई किस्तों में कंचन ने उन्हें कुल छह लाख रुपये दिए। इसके बाद भी प्लाट की रजिस्ट्री नहीं हुई। कंचन ने रुपयों की मांग की तो टाल मटोल करने लगे। इसके बाद कंचन ने उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। पूरे प्रकरण की जांच के बाद विभूतिखंड थाने में आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

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