पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 13 जून को प्रस्तावित है। आयोग के सचिव जगदीश ने 22 अप्रैल को प्रदेश के 23 जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर केंद्र तय करके 25 अप्रैल तक ब्योरा मांगा था। लेकिन अभी तक करीब 10 जिलों ने ही अधूरा ब्योरा भेजा है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति कायम है। इसी बीच उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा व सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा यानी पीसीएस परीक्षा 2021 की तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन, परीक्षा के लिए न जिला प्रशासन तैयार नजर आ रहा है और न ही प्रतियोगी। यही कारण है कि अधिकतर जिलों के जिलाधिकारियों ने अब तक केंद्रों का ब्योरा नहीं भेजा है। जिन जिलों से ब्योरा आया है, उसमें केंद्रों की संख्या कम है। वहीं, प्रतियोगियों ने कोरोना को देखते हुए परीक्षा टालने की मांग तेज कर दी है।
यूपीपीएससी की पीसीएस, एसीएफ/आरएफओ-2021 की प्रारंभिक परीक्षा 13 जून को प्रस्तावित है। भर्ती में करीब सात लाख आवेदन हुए हैं। इसके लिए 1150 से 1200 के बीच केंद्र बनाए जाने हैं। आयोग के सचिव जगदीश ने 22 अप्रैल को प्रदेश के 23 जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर केंद्र तय करके 25 अप्रैल तक ब्योरा मांगा था। लेकिन, अभी तक करीब 10 जिलों ने ही अधूरा ब्योरा भेजा है। जिला स्तर पर केंद्रों की जो संख्या तय थी उससे कम ब्योरा भेजा गया है। इससे जिलाधिकारियों से पुन: ब्योरा देने को कहा गया है।
वहीं, प्रतियोगी कोरोना संक्रमण को देखते हुए परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने कहा कि विशेषज्ञ, आइआइटी समेत तमाम मेडिकल संस्थान कह रहे हैं कि जुलाई तक कोरोना की स्थिति नियंत्रित होगी। इसी बीच परीक्षा कराना प्रतियोगियों का मानसिक उत्पीड़न है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह ने मुख्यमंत्री व लोक सेवा आयोग के सचिव को ई-मेल भेजकर प्रतियोगियों की समस्या बताते हुए परीक्षा स्थगित करने की मांग की है।
इन जिलों में होगी परीक्षा : पीसीएस, एसीएफ/आरएफओ-2021 की प्रारंभिक परीक्षा आगरा, अयोध्या, आजमगढ़, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, गाजियाबाद, गोरखपुर, गौतमबुद्ध नगर, जौनपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मीरजापुर, मुरादाबाद, प्रयागराज, रायबरेली, सहारनपुर, सीतापुर, शाहजहांपुर, वाराणसी में होगी। सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक परीक्षा होगी। हर केंद्र में दो वर्ग मीटर में बैठना है। पांच सौ अभ्यर्थियों की क्षमता वाले केंद्रों की मांग की गई। किसी ब्लाक में एक हजार क्षमता है तो उसे ए व बी ब्लाक में विभाजित करके दो केंद्र बनाने का निर्देश हैं।