विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में स्टैंडबाई के रूप में शामिल गुजरात के बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्जन नगवासवाला वर्तमान में एकमात्र सक्रिय पारसी क्रिकेटर हैं जो घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं और अपनी गति के लिए पहचाने जाते हैं।
मुंबई, प्रेट्र। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में स्टैंडबाई के रूप में शामिल गुजरात के बायें हाथ के युवा तेज गेंदबाज अर्जन नगवासवाला वर्तमान में एकमात्र सक्रिय पारसी क्रिकेटर हैं, जो घरेलू क्रिकेट में खेल रहे हैं और अपनी गति के लिए पहचाने जाते हैं। गुजरात के दायें हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज हितेश मजूमदार ने शुक्रवार को कहा कि नगवासवाला 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार को छू सकते हैं।
सूरत में जन्मे 23 साल के तेज गेंदबाज नगवासवाला को स्टैंडबाई के रूप में भारतीय टीम में शामिल किए जाने के बाद मजूमदार ने कहा, ‘वह वलसाड जिला क्रिकेट संघ का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो गुजरात क्रिकेट संघ से संबद्ध है। उन्होंने अंडर-19, अंडर-23 में अच्छा प्रदर्शन किया और तीन साल पहले रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया। उन्होंने 140 (किमी प्रति घंटा) का आंकड़ा छूने के बाद बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उनके पास क्षमता थी और फिर उन्होंने खेलकर सुधार किया। अब पिछले दो वर्षो से उन्होंने दो सत्रों में 23 और 40 विकेट लिए हैं।’
जल्द ही नगवासवाला को भारत की टेस्ट या वनडे जर्सी में देखेंगे- मजूमदार
नगवासवाला नरगल गांव से हैं, जो गुजरात के उम्बरगांव नगर की सीमा पर स्थित है, लेकिन अब वलसाड में रहते हैं, जो अहमदाबाद से लगभग 336 किमी दूर है। मजूमदार ने कहा कि इस तेज गेंदबाज ने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है। उन्होंने कहा, ‘पहले वह सिर्फ गति पर निर्भर था और फिटनेस के बारे में ज्यादा नहीं जानता था। अब रणजी ट्रॉफी (टीम) में और अक्षर पटेल, पार्थिव पटेल, पियूष चावला, जसप्रीत बुमराह और प्रियांक पांचाल, मनप्रीत जुनेजा के आस-पास रहने के बाद वह अपनी फिटनेस के बारे में जागरूक हो गया। अब वह दिन-प्रतिदिन सुधार कर रहा है और मुझे यकीन है कि हम उसे जल्द ही भारत की टेस्ट या वनडे जर्सी में देखेंगे।’
नगवासवाला 1975 के बाद पहले ऐसे पारसी क्रिकेटर हैं जिन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिली
नगवासवाला 1975 के बाद पहले ऐसे पारसी क्रिकेटर हैं जिन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है। उनसे पहले कई पारसी क्रिकेटर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, जिनमें रूसी सुर्ती, रूसी मोदी, नारी कांट्रैक्टर, पॉली उमरीगर, डायना इडुल्जी और बेहरोज इडुल्जी भी शामिल हैं।