इंस्टाग्राम के ज़रिए नफ़रत फैलाने के आरोप को लेकर टीएमसी प्रवक्ता ने कंगना के ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवायी है जिसकी कॉपी उन्होंने ट्विटर पर शेयर की थी। कंगना पर समुदायों के बीच नफ़रत फैलाकर साम्प्रदायिक हिंसा के लिए उकसाने और मुख्यमंत्री की छवि ख़राब करने के आरोप हैं।
नई दिल्ली, कंगना रनोट के ट्विटर से बेदख़ल होने के बाद टीएमसी के प्रवक्ता ऋजु दत्ता ने उनके ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने के आरोप में पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवायी है। एफआईआर पर अब कंगना ने प्रतिक्रिया दी है और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ सख़्त टिप्पणी की है।
कंगना अब ट्विटर पर नहीं हैं, इसलिए अब सारा संवाद इंस्टाग्राम स्टोरी के ज़रिए कर रही हैं। इंस्टाग्राम स्टोरी के ज़रिए ही लगातार पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हुए हैं। वहीं, दूसरे मुद्दों पर भी अपनी राय रख रही हैं। हालांकि, इंस्टाग्राम स्टोरी में ट्विटर की तरह कोई पोस्ट स्थायी नहीं रहती और 24 घंटों बाद ख़ुद-ब-ख़ुद चली जाती है। बहरहाल, शुक्रवार को कंगना ने अपने FIR की फोटो अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में शेयर करने के साथ लिखा- ख़ून की प्यासी मॉन्स्टर ममता मुझे अपनी ताक़त से ख़ामोश करना चाहती है।
एक अन्य इंस्टा स्टोरी पोस्ट में कंगना रनोट ने केंद्र सरकार पर एक्शन लेने में विफल होने का आरोप लगाते हुए अपना गुस्सा ज़ाहिर किया। कंगना ने लिखा- ख़ून बहाने से रोकने के लिए कहने पर ममता सेना मेरे ख़िलाफ़ एक्शन ले रही है।
बता दें, इंस्टाग्राम के ज़रिए नफ़रत फैलाने के आरोप को लेकर टीएमसी प्रवक्ता ने कंगना के ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवायी है, जिसकी कॉपी उन्होंने ट्विटर पर शेयर की थी। कंगना पर समुदायों के बीच नफ़रत फैलाकर साम्प्रदायिक हिंसा के लिए उकसाने और मुख्यमंत्री की छवि ख़राब करने के आरोप हैं।
पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद राज्य में हिंसा की ख़बरें आ रही थीं। कई बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाये थे कि टीएमसी कार्यकर्ता बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले कर रहे हैं। इन्हीं ख़बरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने आपत्तिजनक ट्वीट किया था, जिसके बाद उनका वैरीफाइड ट्विटर एकाउंट स्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया था। एकाउंट सस्पेंड किये जाते वक़्त कंगना के 3 मिलियन फॉलोअर्स थे।