Share Market के BSE Sensex में बुधवार को Pre opening सेशन में थोड़ी तेजी दिख रही थी. हालांकि जब बाजार खुला तो यह तेजी छूमंतर हो गई और BSE Sensex 225 अंक नीचे खुला। वहीं Nifty भी 43 अंक नीचे 14808 अंक पर खुला।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Share Market के BSE Sensex में बुधवार को Pre opening सेशन में थोड़ी तेजी दिख रही थी. हालांकि जब बाजार खुला तो यह तेजी छूमंतर हो गई और BSE Sensex 225 अंक नीचे खुला। वहीं Nifty भी 43 अंक नीचे 14808 अंक पर खुला। Sensex के 30 शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी NTPC, ONGC, Powergrid और दूसरे शेयरों में देखने को मिली। कल बाजार के धड़ाम होने का कारण Commodity की कीमतें रहीं।
बंबई शेयर बाजार (Sensex opening today) में मंगलवार को Sensex की खराब शुरुआत हुई. शेयर बाजार का मुख्य सूचकांक 450 से ज्यादा अंक की गिरावट के साथ 49,043 पर खुला। Sunpharma Stock Price, NetleIND Stock Price, Dr Reddy Stock Price और Powergrid को छोड़कर बाकी स्टॉक औंधे मुंह गिरे। उधर Nifty 50 की शुरुआत भी कमजोर रही। यह सूचकांक 135 अंक नीचे 14807 अंक पर खुला।
Monday को चढ़ा था बाजार
हालांकि सोमवार को लगातार चौथे दिन बाजार में बढ़त दर्ज की गई थी। दवा, बिजली और बैंक शेयरों में लिवाली निकलने से Sensex 296 अंक चढ़ गया। NSE का निफ्टी भी 14,900 अंक के ऊपर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेतों के सामने निवेशकों ने Coronavirus के बढ़ते मामलों की चिंता को ज्यादा तवज्जो नहीं दी।
सेंसेक्स 295.94 अंक चढ़ा था
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 295.94 अंक यानि 0.60 प्रतिशत चढ़कर 49,502.41 अंक पर और निफ्टी 119.20 अंक यानी 0.80 प्रतिशत सुधर कर 14,942.35 अंक पर बंद हुआ।
निवेशक फिर मालामाल
शेयर बाजारों में पिछले लगातार चार दिन में आई तेजी से निवेशकों की संपत्ति 6,44,760.45 करोड़ रुपये बढ़ गई। पिछले चार कारोबारी सत्रों में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,248.90 अंक यानी 2.58 प्रतिशत बढ़ गया। सोमवार को सेंसेक्स में 295.94 अंक यानि 0.60 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई और यह 49,502.41 अंक पर पहुंच गया।
Coronavirus का असर नहीं
इस दौरान, 5 मई के बाद से चार कारोबारी सत्र में बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6,44,760.45 करोड़ रुपये बढ़कर 2 करोड़ 13 लाख 28 हजार 685 करोड़ 05 लाख रुपये पर पहुंच गया। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार से अनुकूल संकेत मिल रहे हैं, कंपनियों के मार्च तिमाही के परिणाम अनुकूल टिप्पणियों के साथ ठीक ठाक स्तर पर रहे, वहीं रिजर्व बैंक ने कारोबार बढ़ोतरी के लिये तरलता समर्थन की घोषणा की है। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन इस बार नहीं लगा है ऐसे में निवेशकों ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की चिंता को पीछे रखा है।