इजरायली हमले में एक छह मंजिल की इमारत ध्वस्त। राकेट हमले में दो थाई कर्मचारियों की मौत कई घायल। गाजा पट्टी में गत दस मई से छिड़ा है दोनों पक्षों में संघर्ष। इजरायली हवाई हमले के चलते 52 हजार से अधिक फलस्तीनियों ने पलायन किया है।
गाजा सिटी, एजेंसियां। गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच छिड़ा संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों पक्षों के बीच मंगलवार को भी संघर्ष देखने को मिला। इजरायल ने फिर हवाई हमले के जरिये गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाया तो इस आतंकी संगठन ने इजरायल में दर्जनों राकेट दागे। इजरायली हवाई हमले में एक छह मंजिली इमारत ध्वस्त हो गई। इसमें इस्लामिक यूनिवर्सिटी से संबद्ध लाइब्रेरी और शैक्षिक केंद्र थे। इस बीच, इजरायली पुलिस ने बताया कि गाजा पट्टी की ओर से दक्षिणी इजरायल में हुए राकेट हमले में दो थाई कर्मचारियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास और इजरायल के बीच दस मई से संघर्ष चल रहा है। यह संघर्ष उस समय शुरू हुआ, जब आतंकी संगठन हमास ने फलस्तीनियों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में यरुशलम की ओर लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें दागी थीं। इजरायली सेना ने मंगलवार को बताया कि उसने राकेट लांचर समेत 65 आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए। हमास कमांडरों के घरों को भी निशाना बनाया गया। इस अभियान में 60 से अधिक लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। सेना ने कहा कि फलस्तीन आतंकियों ने 90 राकेट दागे। इनमें से 20 गाजा में ही गिर गए। इजरायली सीमा की ओर बढ़ रहे एक ड्रोन को भी मार गिराया गया।
इधर, संघर्ष रोकने की मांग को लेकर इजरायल, यरुशलम और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रहने वाले फलस्तीन नागरिक मंगलवार को हड़ताल पर रहे। हालांकि इजरायल ने इनकी मांगों को खारिज कर दिया और कहा कि पूरे क्षेत्र में हमास हिंसा को बढ़ावा दे रहा है।
लेबनान ने भी दागे गोले
इजरायली सेना ने बताया कि लेबनान से भी छह गोले दागे गए। इनमें से कोई भी सीमा पार नहीं कर सका। इसके जवाब में लेबनान में उन स्थानों पर जवाबी कार्रवाई की गई, जहां से गोले दागे गए थे। जबकि लेबनानी सूत्र ने बताया कि इजरायली तोपखाने से लेबनान में 22 गोले दागे गए।