Gold Price Sovereign gold bond की इस दूसरी किस्त में सोने का भाव 4842 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिये ऑनलाइन या डिजिटल तरीके से पेमेंट करने वालों को बॉन्ड के दाम में 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Gold खरीदने के इच्छुक लोगों के लिए अच्छी खबर है। आपके पास अगले हफ्ते सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (sovereign gold bond) खरीदने का मौका आ रहा है। कारोबारी साल 2021-22 की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की दूसरी किस्त 24 मई से बिक्री के लिए खुलने जा रही है। यह किस्त बिक्री के लिए 28 मई तक खुली रहेगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा जारी किए जाने वाले बॉन्ड की इस स्कीम में बैंकों (Bank) के जरिए भी निवेश किया जा सकेगा। इस योजना में ग्राहकों को कम कीमत में सोना खीरदने का मौका मिलेगा।
यह है प्रति ग्राम सोने का मूल्य
वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इस दूसरी किस्त में सोने का भाव 4,842 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिये ऑनलाइन या डिजिटल तरीके से पेमेंट करने वालों को बॉन्ड के दाम में 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी।
हाल ही में आई थी पहली किस्त
केंद्र सरकार इस साल मई 2021 से सितंबर 2021 के बीच छह किस्तों में गोल्ड बॉन्ड्स जारी करेगी। गौरतलब है कि हाल ही में 17 मई से 21 मई के बीच इस वित्त वर्ष की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त बिक्री के लिए खुली थी। इस किस्त के लिए एक ग्राम सोने की कीमत 4,777 रुपये रखी गई थी। पहली किस्त के लिए बॉन्ड 25 मई को जारी किए जाएंगे। सोने में निवेश करने वाले ग्राहकों को अब 24 मई से एक और सुनहरा मौका मिल रहा है। एक्सपर्ट्स सोने के निवेश विकल्पों में सॉवरेन गोल्ड बांड को सबसे बेहतर मानते हैं। भारत सरकार की तरफ से ये बॉन्ड रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा जारी किए जाते हैं।
Gold में आ सकती है तेजी
Motilal oswal की एक रिपोर्ट के अनुसार, Gold का ट्रेंड अच्छा बना रहेगा। यह 1 से सवा साल में 56,500 का स्तर छू सकता है। अभी इसे 50,000 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदा जा सकता है।
यहां से खरीद सकते हैं SGB
SGB को सभी बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नामित डाकघरों व मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchanges), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) से खरीदा जा सकता है। स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank) और पेमेंट बैंकों (Payment Bank) को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड बेचने की इजाजत नहीं होगी।
मैच्योरिटी अवधि
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी अवधि आठ साल होती है, लेकिन निवेशक पांचवें वर्ष के बाद इससे बाहर निकल सकते हैं। हालांकि, अगर कोई निवेशक 5 साल की लॉक-इन अवधि से पहले बाहर निकलना चाहते हैं, तो उसे स्टॉक एक्सचेंज में बेचकर हमेशा के लिए बाहर निकल सकते हैं।
कितना कर सकते हैं निवेश
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के अंतर्गत कोई भी निवेशक एक ग्राम या इसके मल्टिपल में सोना खरीद सकता है। कोई व्यक्ति या हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली एक वित्त वर्ष में चार किलो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं, अन्य योग्य निवेशक 20 किलो सोना एक साल में खरीद सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए KYC डॉक्यूमेंट जैसे वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन या पासपोर्ट की जरूरत होती है।