ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर का मानना है कि 2018 में हुआ गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण कभी पूरी तरह नहीं दबेगा और हाल में इसे लेकर दोबारा सुर्खियां बटोरने से स्टीव स्मिथ की दोबारा टेस्ट कप्तानी हासिल करने की संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा।
मेलबर्न, प्रेट्र। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर का मानना है कि 2018 में हुआ गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण कभी पूरी तरह नहीं दबेगा और हाल में इसे लेकर दोबारा सुर्खियां बटोरने से स्टीव स्मिथ की दोबारा टेस्ट कप्तानी हासिल करने की संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा। गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में भूमिका के लिए स्मिथ को कप्तानी से बर्खास्त कर दिया गया था और उन पर एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था। उन्होंने हाल में दोबारा ऑस्ट्रेलिया की कमान संभालने की इच्छा जताई थी और मौजूदा टेस्ट कप्तान टिम पेन ने भी इसका समर्थन किया था।
हालांकि, यह मामला हाल में फिर से सुर्खियों में आ गया है। टेलर ने कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि इससे स्मिथ की संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा क्योंकि मुझे यकीन है कि खेल से जुड़े अधिकतर लोग चाहेंगे कि यह मामला खत्म हो जाए, लेकिन यह ऐसे ही खत्म नहीं होगा। इसमें कोई संदेह नहीं कि स्मिथ के संभावित कप्तान होने को लेकर माहौल बन रहा है, इसमें संदेह की कोई बात नहीं है।’
उस सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा रहे पैट कमिंस, जोस हेजलवुड, मिशेल स्टार्क और ऑफ स्पिनर नाथन लियान ने हाल में संयुक्त बयान जारी करके उस प्रकरण के संदर्भ में अटकलबाजियों पर विराम लगाने की मांग की थी। टेलर ने भी ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी चौकड़ी का समर्थन किया।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने मामले की जांच सही से नहीं करने और इसे दबाने के प्रयास लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की आलोचना की थी। हालांकि, टेलर ने परिस्थितियों को देखते हुए जांच का बचाव किया। यह सवाल किया जा रहा है कि क्या क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने तीन साल पहले मामले की जांच सही से किया था, इसका जवाब हां है। बता दें कि हाल ही में कैमरन बैनक्राफ्ट के एक बयान के बाद मामला चर्चा में है। बैनक्राफ्ट ही गेंद से छेड़छाड़ करते पाए गए थे।