बीसीसीआइ शनिवार को ऑनलाइन होने वाली विशेष आम बैठक (एसजीएम) में निलंबित आइपीएल के बाकी बचे मैचों को 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक के बीच यूएई में कराने पर फैसला कर सकता है। बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा जाहिर है मुख्य मुद्दा आइपीएल का कार्यक्रम होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) शनिवार को ऑनलाइन होने वाली विशेष आम बैठक (एसजीएम) में निलंबित आइपीएल के बाकी बचे मैचों को 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक के बीच यूएई में कराने पर फैसला कर सकता है। बैठक का एजेंडा भारत में व्याप्त महामारी के मद्देनजर आगामी क्रिकेट सत्र पर चर्चा करना है। एजेंडा के व्यापक दायरे में सदस्यों को आइसीसी टी-20 विश्व कप और रद किए गए रणजी ट्रॉफी के पिछले सत्र के लिए घरेलू क्रिकेटरों के लिए विलंबित मुआवजे के पैकेज पर चर्चा करना भी शामिल है।
बीसीसीबाइ टी-20 विश्व कप को भारत में ही आयोजित करना चाहता है और एक जून को आइसीसी के बोर्ड की बैठक के दौरान वह खेल के इस वैश्विक निकाय को कोई भी फैसला लेने से पहले भारत में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए इंतजार करने को कहेगा। बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली के शनिवार को मुंबई से बैठक की अध्यक्षता करने की उम्मीद है। आइपीएल के 18 से 20 सितंबर के बीच फिर से शुरू होने और 10 अक्टूबर को समाप्त होने की उम्मीद है। यूएई के अबू धाबी, दुबई और शारजाह में तीन स्थानों पर इसके मैचों की मेजबानी की जाएगी।
बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जाहिर है, मुख्य मुद्दा आइपीएल का कार्यक्रम होगा। हम फाइनल सहित चार प्ले-ऑफ मैच (दो क्वालीफायर, एक एलिमिनेटर) के अलावा 10 डबल-हेडर (एक दिन में दो मुकाबले) और सात सिंगल हेडर (एक दिन में एक मैच) की उम्मीद कर रहे हैं। लीग सप्ताहांत में शुरू होगी और फाइनल भी सप्ताहांत में आयोजित किया जाएगा।’ इसमें विदेशी खिलाड़ियों की सेवाएं लेने और बबल-टू बबल ट्रांसफर (एक से दूसरे कोरोना से बचाव के माहौल में आना) सहित अन्य संबंधित पहलुओं पर भी बहुत विचार-विमर्श होगा।
उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के क्रिकेट निदेशक एश्ले जाइल्स पहले ही कह चुके हैं कि उनके देश के खिलाड़ियों को आइपीएल खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि वे आइसीसी टी-20 विश्व कप से पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करेंगे।’ एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, ‘उम्मीद है कि अध्यक्ष और सचिव हमें बताएंगे कि इंग्लैंड के खिलाड़्यों की स्थिति को कैसे संभाला जाएगा।’ जोस बटलर, बेन स्टोक्स (यदि फिट हो), जोफ्रा आर्चर (यदि फिट हो), जॉनी बेयरस्टो, सैम कुर्रन, इयोन मोर्गन, मोइन अली जैसे खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीम के अंतिम एकादश के खिलाड़ी हैं ऐसे में फ्रेंचाइजियों के लिए उनका विकल्प ढूंढना आसान नहीं होगा।
भारतीय टीम 14 सितंबर को इंग्लैंड के दौरे को खत्म कर वहां से चार्टर्ड विमान से यूएई आएगी। टी-20 विश्व कप का मुद्दा भी बैठक में अहम होगा। भारत में कोविड-19 मामले के कारण इसके यूएई में होने की संभावनाएं है। यूएई में आइपीएल मैचों के आयोजन की स्थिति में पिचों का इस्तेमाल ज्यादा होगा और ऐसे में आइसीसी अमीरात क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआइ से इस वैश्विक प्रतियोगिता के लिए तीन में से दो मैदानों की मांग कर सकता है। बोर्ड की कोशिश हालांकि टी-20 विश्व कप को भारत में ही करने की होगी लेकिन एक अधिकारी ने सवाल किया, ‘जब हम आठ टीमों के आइपीएल मैचों को सितंबर अक्टूबर में भारत में नहीं करा पा रहे हैं तो 16 अंतरराष्ट्रीय टीमों के टी-20 विश्व कप को नौ शहरों में कैसे करवाएंगे।’ भारतीय टीम को टी-20 विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज खेलनी थी लेकिन आइपीएल के कारण इसे रद करना होगा।
इस बैठक में कोविड-19 के कारण रद हुए रणजी सत्र के कारण 700 खिलाड़ी प्रभावित हुए हैं। बीसीसीआइ ने पिछले साल जनवरी में खिलाडि़यों को वित्तीय मदद का भरोसा दिया था लेकिन उसके तरीके के बारे में नहीं बताया था। राज्य इकाई (रणजी टीम) से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले महज 73 क्रिकेटरों के पास ही आइपीएल अनुबंध है। सिर्फ विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने से उनकी वित्तीय जरूरते पूरी नहीं होंगी। मुझे लगता है कि इसका सबसे बेहतर समाधान राज्य इकाइयों को एकमुश्त मुआवजा पैकेज सौंपना होगा और वे पिछले सत्र के अनुसार अपने खिलाड़ियों के बीच वितरित करेंगे।’