बीईओ नवाब वर्मा ने बताया कि कथित शिक्षक सुरेंद्र नाथ ने बीईओ कुशीनगर के योग्यता प्रमाण काे फर्जी तरीके से बनाकर 2009 में नौकरी पाई थी। इसके बाद उसका प्रमोशन भी हुआ और हेडमास्टर भी बना।
बाराबंकी, हैदरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय गुलामाबाद विद्यालय का हेडमास्टर सुरेंद्र नाथ का असली नाम रामराज विश्वकर्मा है। यह वर्ष 2009 से कुशीनगर के खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र नाथ की योग्यता की फर्जी डिग्री बनाकर शिक्षक बन गया और प्रमोशन पाकर हेडमास्टर बना बैठा था। एसटीएफ की जांच में यह संदिग्ध पाया गया था। इसकी जांच हैदरगढ़ बीईओ नवाब वर्मा ने किया तो सच्चाई सामने आ गई। बीईओ ने शिक्षक पर पांच जुलाई 2020 में मुकदमा पंजीकृत कराया था। तब से आरोपित फर्जी हेडमास्टर फरार चल रहा था। सुबेहा पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है।
बस्ती का रहने वाला है आरोपित शिक्षक : सुबेहा थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी नवाब वर्मा ने मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस लगातार पकड़ने का प्रयास कर रही थी। विवेचना के क्रम में कथित सुरेेंद्र नाथ फर्जी प्रधानाध्यापक जो लगभग एक वर्षो से फरार चल रहा था। विवेचना दौरान सर्विलांस के माध्यम से अवलोकन किया गया तो फर्जी प्रधानाध्यापक सुरेंद्र नाथ का वास्तविक नाम पता चल गया। इसका नाम रामराज विश्वकर्मा पुत्र स्व. भीखा है। यह ग्राम बेलसड़, थाना कप्तानगंज जिला बस्ती का रहने वाला है। हाल पता मुडघाट नई बस्ती थाना कोतवाली बस्ती में रहता था। बस्ती से उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम में चंद्रकांत सिंह, रामू यादव, जुबेर अहमद, राजन यादव, अंकित बाबू शामिल थे।
10 वर्ष तक की फर्जी दस्तावेज पर नौकरी : बीईओ नवाब वर्मा ने बताया कि कथित शिक्षक सुरेंद्र नाथ ने बीईओ कुशीनगर के योग्यता प्रमाण काे फर्जी तरीके से बनाकर 2009 में नौकरी पाई थी। इसके बाद उसका प्रमोशन भी हुआ और हेडमास्टर भी बना। 10 वर्ष से अधिक कार्यकाल बिताया। जांच में जब पता चला तो यह फरार हो गया। इसके वेतन खाते में रोक लगा दी थी। अब उसके संपत्ति से लिए गए वेतन की रिकवरी की जाएगी।