सचिन तेंदुलकर के खिलाफ गेंदबाजी करना चाहते हैं करामाती खान, बताया कारण

अफगानिस्तान टीम के धाकड़ स्पिनर राशिद खान ने कहा है कि वे भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के खिलाफ गेंदबाजी करना चाहते हैं। हालांकि उनका कहना है कि वे आउट या नॉट आउट के बारे में नहीं सोचते बल्कि अपने सपने के बारे में सोचते हैं।

 

नई दिल्ली । पूर्व भारतीय बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर वर्तमान पीढ़ी के कई क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं। जिन लोगों को तेंदुलकर के साथ मैदान साझा करने का मौका मिला, वे अक्सर खुद को सौभाग्यशाली कहते हैं। और जिन क्रिकेटरों ने वह मौका गंवा दिया, वे अभी भी उस अवसर को पाना चाहते हैं। वर्तमान में कई बल्लेबाज उनके साथ खेलना चाहते हैं, जबकि गेंदबाज उनके खिलाफ गेंदबाजी करना चाहते हैं। इस लिस्ट में अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान का नाम भी जुड़ गए है, जिनका सपना एक दिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के सामने गेंदबाजी करने का है।

अफगानिस्तान के दमदार स्पिनर ने हाल ही में यूट्यूब पर क्रिकविक के साथ बातचीत में अपनी इस इच्छा के बारे में बात की। राशिद खान को बताया गया कि सचिन ने अपने वनडे करियर के अंतिम 13 वर्षों के दौरान सिर्फ एक बार लेग स्पिनर के हाथों अपना विकेट गंवाया है तो इस पर उन्होंने कहा, “इसलिए मैं उनके खिलाफ गेंदबाजी करना चाहता हूं, क्योंकि वह लेग स्पिन के खिलाफ मुश्किल से ही आउट होते थे। उन्हें आउट करने से ज्यादा सचिन तेंदुलकर जैसे किसी के सामने गेंदबाजी करना बहुत खुशी की बात होगी। उन्हें आउट करना या नॉट आउट करना अलग बात है, बस उनके खिलाफ गेंदबाजी करना किसी सपने के सच होने जैसा होगा।”

लेग स्पिनर ने कहा कि उनके पास पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक को कुछ गेंद फेंकने का मौका था और कहा कि महान बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना एक ‘बहुत बड़ा क्षण’ है। इस बात को लेकर उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से, एक स्पिनर के रूप में, आपको इस बात का अंदाजा होता है कि आपको किसी विशेष बल्लेबाज को किस तरह की गेंद डालने की जरूरत है, क्योंकि हर कोई गेंद को उसी तरह नहीं खेलता है। हर बल्लेबाज मेरी लेग स्पिन को अलग तरह से खेलता है। इसलिए, मुझे वास्तव में कठिन अध्ययन करने की आवश्यकता होगी कि उसे कैसे और कहां गेंदबाजी करनी है। फिर भी, उनके लिए गेंदबाजी करना बहुत खुशी की बात होगी। 2015 में, मैंने इंजमाम-उल-हक को कुछ गेंदें फेंकी और उन्हें थोड़ा परेशान किया। दिग्गजों के लिए गेंदबाजी एक बहुत बड़ा पल है।”

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