लखनऊ में डीएल बनवाने नहीं आ रहे लोग, 180 के स्थान पर महज 40 आवेदक,

डीएल बनवाने को लेकर जहां आरटीओ कार्यालय में हर वक्त मारामारी का आलम रहता था वहां आज सन्नाटा है। एआरटीओ प्रशासन अखिलेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि रोज 180 डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) बनाए जाते थे आज महज 30 से 40 लोग ही बमुश्किल आरटीओ कार्यालय पहुंच रहे हैं।

 

लखनऊ । डीएल बनवाने को लेकर जहां आरटीओ कार्यालय में हर वक्त मारामारी का आलम रहता था, वहां आज सन्नाटा है। एआरटीओ प्रशासन अखिलेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि रोज 180 डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) बनाए जाते थे आज महज 30 से 40 लोग ही बमुश्किल आरटीओ कार्यालय पहुंच रहे हैं। दिलचस्प यह है कि टाइम स्लाट लेने के बाद भी आवेदक नहीं आ रहे हैं। अब उन्हें दोबारा फिर से टाइम स्लाट लेना होगा। एआरटीओ का कहना है कि कोरोना के डर से लोग अभी डीएल बनवाने नहीं आ रहे है, जबकि कार्यालय को सैनिटाइज भी कराया गया है।

लर्निंग आवेदकों को 15 जून के बाद मौका: बीते दो माह में अकेले राजधानी लखनऊ में 15 हजार लर्निंग डीएल आवेदन आए है। इनमें से 23 अप्रैल से 14 जून तक के आवेदकों का टाइम स्लाट रद कर दिया गया है। 15 जून के बाद रीशेड्यूल किया जाएगा और उन्हें फिर से तारीख लेकर आना होगा।

टैक्स माफी को लेकर ट्रैवल एजेंसी के मालिक मिले परिवहन आयुक्त से: ट्रैवल एंड ट्रांसपोर्ट आनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पीयूष गुप्ता सोमवार को अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर परिवहन आयुक्त धीरज साहू से मिले और उन्हें मांगपत्र सौंपा। इसमें रोड टैक्स माफ किए जाने, व्यावसायिक वाहन सरेंडर प्रक्रिया को दोबारा से लागू करने की मांग मुख्य तौर पर शामिल रही। परिवहन आयुक्त ने आश्वस्त किया कि वाहनों की सरेंडर प्रक्रिया जल्द लागू करेंगे, साथ ही रोड टैक्स माफ किए जाने पर विचार किया जाएगा। दो माह तक वाहनों का संचालन बंद रहा है। टैक्स माफ होने से हजारों वाहन मालिकों को राहत मिलेगी। महामारी में व्यावसायिक वाहनों पर ई-चालान न करने समेत कई मांगों पर आश्वासन दिया गया।

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