आज के ही दिन 47 साल पहले टीम इंडिया के बल्लेबाजों की फ्लॉप शो की वजह से एक शर्मनाक रिकॉर्ड भारत के हिस्से जुड़ा था। साल 1974 में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में महज 42 रन पर ढेर हो गई थी।
नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खस्ता हाल बल्लेबाज की वजह से न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। आज के ही दिन 47 साल पहले टीम इंडिया के बल्लेबाजों की फ्लॉप शो की वजह से एक शर्मनाक रिकॉर्ड भारत के हिस्से जुड़ा था। साल 1974 में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में महज 42 रन पर ढेर हो गई थी। यह 2020 तक टेस्ट की पारी में टीम का सबसे कम स्कोर बना रहा।
24 जून 1974 का दिन भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक काला दिन माना जाता है। इस दिन टीम इंडिया के नाम एक ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हुआ था जिसे कोई भी टीम पसंद नहीं करेगी। 20 जून को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेलने उतरी भारतीय टीम महज चार दिन में घुटने टेकने पर मजबूर हो गई थी। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने पारी और 285 रन की बड़ी जीत दर्ज की थी।
इंग्लैंड ने बनाया विशाल स्कोर
पहली पारी में इंग्लैंड की टीम ने डेनिस अमिस के 188 रन और कप्तान माइक डेनेस के साथ टोनी ग्रेग की शतक के दम पर भारत के सामने विशाल स्कोर खड़ा किया था। मेजबान टीम ने दमदार बल्लेबाजी करते हुए कुल 629 रन का स्कोर बनाया जो भारत के लिए नामुमकिन साबित हुआ। इस पारी में उस वक्त के स्टार बिशन सिंह बेदी ने 6 विकेट जरूर चटकाए थे लेकिन उनको 226 रन भी पड़े थे। वहीं एक और दिग्गज इरापल्ली प्रसन्ना को 51 ओवर में गेंदबाजी के बाद 166 रन खाने पड़े थे जबकि उनके खाते में सिर्फ 2 विकेट थे।
भारतीय टीम 42 रन पर ढेर
पहली पारी में भारतीय टीम 302 रन बनाने के बाद फॉलोऑन खेलने पर मजबूर हुई थी। दूसरी पारी में बल्लेबाजों का हाल और भी बुरा रहा था और 42 रन पर पूरी टीम ढेर हो गई। पहली पारी में सुनील गावस्कर ने 49 और फारुख इंजीनियर ने 88 रन की बनाए थे जबकि दूसरी पारी में एकनाथ सोल्कर दहाई अंक तक पहुंचने वाले एक मात्र बल्लेबाज रहे थे।
भारत का सबसे छोटा टेस्ट स्कोर
ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर दिसंबर 2020 में भारतीय टीम एडिलेड में दूसरी पारी में महज 36 रन पर ढेर हो गई थी। यह टीम का टेस्ट मैच कि किसी पारी में बनाया गया सबसे छोटा स्कोर है। इससे पहले 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ 24 जून को 42 रन का स्कोर सबसे छोटा टेस्ट स्कोर था। ब्रिसबेन में खेलते हुए 1947 में भारतीय टीम 58 रन ही बना पाई थी जो तीसरा सबसे छोटा स्कोर है।