प्याज के भाव में एक बार फिर गिरावट शुरू हो गई है। महेवा थोक मंडी में चार दिनों के भीतर चार सौ रुपये प्रति क्विंटल कमी आई है। महाराष्ट्र के नासिक में सोमवार को 1700 से 1800 रुपये क्विंटल की दर पर प्याज की लोडिंंग हुई।
गोरखपुर, प्याज के भाव में एक बार फिर गिरावट शुरू हो गई है। महेवा थोक मंडी में चार दिनों के भीतर चार सौ रुपये प्रति क्विंटल कमी आई है। थोक में प्याज 2200 से 2300 रुपये ङ्क्षक्वटल तो फुटकर में 30 से 32 रुपये बिक रहा है। महाराष्ट्र के नासिक में सोमवार को 1700 से 1800 रुपये क्विंटल की दर पर प्याज की लोडिंंग हुई। थोक कारोबारियों के मुताबिक मांग में सुस्ती के चलते आगे दाम में और गिरावट आ सकती है।
फुटकर में 35 रुपये किलो तक पहु्ंच गया था प्याज
नवंबर से मई तक प्याज के दाम स्थिर थे। फुटकर बाजार में 18 से 20 रुपये किलो तक बिक रहा था, लेकिन जून में प्याज का भाव ऊपर चढऩे लगा और फुटकर बाजार में 35 रुपये किलो तक पहुंच गया। प्याज के दाम बढऩे की वजह बारिश को बताया गया। दरअसल बारिश की वजह से नासिक में प्याज की बहुत नुकसान पहुंचा था। वहां से जो माल आ रहा था, उसमें एक हिस्सा सड़ा निकल रहा था, इस वजह से कीमत बढ़ गई थी।
प्याज की कीमतों में तेजी का असर खुदरा बाजार में दिखाई दिया और बीते सप्ताह 35 रुपये किलो तक प्याज बिका। थोक कारेाबारी शमशाद अहमद ने बताया कि नासिक और शाजापुर से आने वाले प्याज के दाम में कमी आई है। बजार में डिमांड न होने की वजह से दाम कम हुए हैं। पहले प्रतिदिन चार ट्रक (28 से 30 टन) प्याज बिकता था जो घटकर तीन ट्रक रह गया है।
फुटकर में अब भी महंगा बिक रहा प्याज
थोक मंडी में प्याज के दाम में गिरावट आने के बावजूद फुटकर में प्याज 30 से 32 रुपये किलो ही बिक रहा है। फुटकर विक्रेता संतोष कुमार ने बताया कि भीगने की वजह से प्याज बहुत खराब निकल रहा है इसलिए दाम कम करने पर मुनाफा के बजाए नुकसान होगा। मंडी से प्याज लाकर उसे छाटना पड़ता है। फ्रेश व सूखे प्याज को 30 तथा भीगे व बिना छिलके वाले प्याज को 20 रुपये बेचना पड़ता है।