अफगानिस्तान से अगले महीने के अंत तक पूरी तरह अमेरिकी सेना की वापसी हो जाएगी। आज अफगान शांति प्रक्रिया के लिए नियुक्त अमेरिकी दूत ने कहा कि सेना वापसी हो रही हैै लेकिन अमेरिका का समर्थन बना रहेगा।
ताशकंद, एएनआइ। अमेरिका और नाटो सेनाओं की अफगानिस्तान से वापसी हो रही है लेकिन अमेरिका देश को नहीं छोड़ रहा है और यहां की शांति प्रक्रिया के लिए अपना समर्थन जारी रखेगा। अफगान शांति प्रक्रिया के लिए नियुक्त अमेरिकी दूत जालमे खलीलजाद ( Zalmay Khalilzad ) ने यह बात शुक्रवार को कही है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘सेना जा रही है लेकिन अमेरिका अफगानिस्तान से नहीं जा रहा है। अमेरिका का साथ बना रहेगा। यह अफगान शांति प्रक्रिया और यहां की सेना के लिए समर्थन जारी रखेगा जब तक पूरी तरह यहां शांति स्थापित नहीं हो जाती।’
तालिबान को पाकिस्तानी वायु सेना से समर्थन मिलने के अफगानिस्तान द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में खलीलजाद ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बीते 20 सालों में बहुत कुछ हासिल हुआ। उन्होंने बताया, ‘सबसे पहले पहले की तुलना में अफगानिस्तान ने खुद अपनी जगह में काफी बदलाए किए हैं। जो संस्थान पहले देश में नहीं थे उनकी स्थापना हुई चाहे वो सैन्य संस्थान हो, राजनीति, सिविल सोसयटी या आजाद प्रेस।’ अमेरिकी दूत ने कहा कि तालिबान के साथ एक समझौता हुआ है कि अपने कब्जे वाले इलाकों का इस्तेमाल आतंकियों द्वारा अमेरिका या इसके सहयोगी देशों के खिलाफ नहीं करेगा।
इस बीच पश्चिमी अफगानिस्तान के बादघिस प्रांत के गर्वनर हुसामुद्दीन शम्स ने गुरुवार को दावा किया कि प्रांत की राजधानी कला-ए-नौ पर और हमले रोकने के लिए उन्होंने तालिबान के साथ अनिश्चितकालीन संघर्ष विराम का समझौता कर लिया है। यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब तालिबान ने बादघिस प्रांत के सभी जिलों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया। इससे पता चलता है कि उसने काफी बड़े भूभाग और बुनियादी ढांचे पर अधिकार कर लिया है। शम्स ने बताया, ’10 आदिवासी बुजुर्गो ने संघर्ष विराम की जिम्मेदारी ली थी। इसके लिए पहले उन्होंने तालिबान नेतृत्व के साथ बात की और उसके बाद स्थानीय सरकार से वार्ता की और उसके बाद दोनों पक्ष संघर्ष विराम समझौते पर पहुंच गए।’ हालांकि तालिबान के प्रवक्ता ने किसी भी संघर्ष विराम समझौते से इन्कार किया है लेकिन कहा कि उन्होंने नागरिकों की मौतों से बचने के लिए कला-ए-नौ को खाली कर दिया है।