लालजी टंडन की प्रतिमा के लोकार्पण के दौरान बोले रक्षा मंत्री, अटल जी राम तो लक्ष्मण थे बाबूजी,

पूर्व मंत्री बिहार व मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के प्रथम पुण्यतिथि पर बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी ने उनकी साढ़े बारह फिट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया। नगर निगम की ओर से हजरतगंज में मल्टीलेवल पार्किंग के सामने यह प्रतिमा लगाई गई है।

 

लखनऊ, पूर्व मंत्री, बिहार व मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के प्रथम पुण्यतिथि पर बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य ने उनकी साढ़े बारह फिट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया गया। नगर निगम की ओर से हजरतगंज में मल्टीलेवल पार्किंग के सामने यह प्रतिमा लगाई गई है। यह वही स्थान है जहां पहले हजरतगंज कोतवाली हुआ करती थी और बाबूजी ने कई बार धरना दिया था। प्रतिमा के अनावरण के बाद रक्षा मंत्री ने लालजी टंडन के साथ बिताई स्मृतियां साझा की। उन्होंने कहा कि बाबूजी को लखनऊ के बारे में जितनी बारीक जानकारी थी, उतना किसी के पास नहीं थी। लखनऊ शहर की सभ्यता और संस्कृति को करीब से दो लोग समझते थे।

एक थे बाबूजी तो दूसरे पद्मश्री डा. योगेश प्रवीन। बोले, यूपी में भाजपा को सत्ता के गलियारे में स्थापित करने में बाबूजी की बड़ी भूमिका रही है। संबंधो का निर्वाह करना उनसे सीखना चाहिए। हर पार्टी के लोगों से उनके संबंध अच्छे थे। मायावती जब मुख्यमंत्री थीं तो उन्होंने कहा था कि टंडन जी मेरे भाई हैं। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं मनभेद नहीं। टंडन जी को लोग विकास पुरुष के नाम से पुकारते थे। अटल जी के साथ उनकी विशेष भूमिका रही। मैं अटल जी को श्रीराम तो टंडन जी को लखनऊ के लक्ष्मण की तरह देखता हूं। रक्षा मंत्री ने कहा कि बाबूजी ने तरुण भारत का संपादन किया था, जिसका विमोचन प्रख्यात साहित्यकार अमृतलाल नागर जी ने किया था। तब नागर जी ने कहा था कि लखनऊ को मुझसे ज्यादा टंडन जी जानते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लालजी टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित की और नगर निगम बोर्ड व महापौर को बधाई दी। उन्होंने कहा कि टंडन जी ने पार्षद से लेकर नगर विकास मंत्री तक का सफर उन्होंने तय किया।

 

दो राज्यों में राज्यपाल रहे। समाज के हर तबके में उनके प्रशंसक हैं। टंडन जी के सानिध्य में नेपाल में मुझे एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने का मौका मिला था। तब उन्होंने मुझे पटना राजभवन में बुलाया था और रात में मैं वहीं ठहरा था। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि लखनऊ और बाबूजी एकदूसरे के पूरक थे। बाबूजी लखनऊ की चलती फिरती विरासत थे। वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बाबूजी सिर्फ लखनऊ के नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के हैं। सभी को उनके बनाए पदचिन्हों पर चलना चाहिए। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन इस अवसर पर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैं मंत्री के रूप में एक जनप्रिय राजनेता की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर शामिल हूं। इस स्थान से बाबूजी का बहुत गहरा नाता रहा है। हालांकि एक पुत्र के रूप में उनकी प्रतिमा को देखना मेरे लिए भावुक क्षण है। महापौर ने लालजी टंडन के नाम पर एक पार्क का नाम रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मैं लालजी टंडन को लखनऊ का पितामह कहूंगी।

रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी को सराहाः राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री की सराहना की। बोले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अराजकता का माहौल समाप्त कर देश भर में शोहरत पाई है। उनके नेतृत्व में विकास को रफ्तार मिली है। बोले, मुख्यमंत्री ने मास्क हटाकर भाषण नहीं दिया तो मैं भी मास्क नहीं हटाऊंगा।

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