इटली में जी-20 की बैठक शामिल होंगे पीएम मोदी, ब्रिटेन में कोप-26 शिखर सम्‍मेलन में भी होंगे शरीक, जानें दौरे का ब्‍यौरा

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक रोम (इटली) में रहेंगे।

 

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक रोम (इटली) में रहेंगे। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस दौरे की जानकारी देते हुए बताया कि यह आठवां G-20 शिखर सम्मेलन होगा जिसमें प्रधानमंत्री मोदी शामिल होंगे। पिछले साल सऊदी अरब की मेजबानी में आयोजित शिखर सम्मेलन कोरोना महामारी के कारण वर्चुअल माध्‍यम के जरिए आयोजित किया गया था।

 

समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक रोम के बाद पीएम मोदी ब्रिटेन के शहर ग्लासगो पहुंचेंगे जहां वह काप-26 सम्‍मेलन में शामिल होंगे। यह सम्‍मेलन पहली और दो नवंबर को आयोजित होगा। पर्यावरण सुरक्षा के लिहाज से इस सम्‍मेलन को अभी तक का सबसे महत्वपूर्ण बैठक करार दिया जा रहा है। इससे पहले साल 2015 में पीएम मोदी ने काप-21 की बैठक में हिस्सा लिया था। इस सम्‍मेलन में ही भारत ने पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर किया था। यही नहीं उसी बैठक में भारत में इंटरनेशनल सोलर एलायंस बनाने का भी निर्णय लिया गया था।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि वेटिकन में प्रधानमंत्री मोदी पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात करेंगे। फि‍लहाल यह तय होना बाकी है कि यह व्‍यक्तिगत मुलाकात होगी या प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक होगी। आम तौर पर ऐसी बैठकों में प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य मौजूद होते हैं। इन यात्राओं के दौरान पीएम मोदी की कई अन्‍य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी होनी हैं। प्रधानमंत्री मोदी की इटली के पीएम मारियो द्राघी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन समेत कुछ दूसरे महत्वपूर्ण नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें होंगी।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि जी-20 सम्‍मेलन में महामारी से उबरने, वैश्विक स्वास्थ्य तंत्र को मज़बूत करने, आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और खाद्य सुरक्षा पर चर्चा संभव है। भारत इटली द्वारा चुने गए इन सभी क्षेत्रों का पूरी तरह समर्थन करता है। इस सम्‍मेलन में जी-20 के सदस्य देशों के अलावा यूरोपीय संघ, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और दूसरे आमंत्रित देशों के प्रमुख भी हिस्सा लेंगे। रिपोर्टों के मुताबिक सम्मलेन में चीन और रूस के राष्ट्र प्रमुखों के वर्चुअल तौर पर हिस्सा लेने की संभावना है।

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