शाइन सिटी का पार्टनर आसिफ गिरफ्तार,पांच लाख का इनामी लखनऊ पुलिस ने प्रयागराज में दबोचा,

नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह लाखों लोगों से 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले शाइन सिटी के डायरेक्टर व महाठग राशिद नसीम के भाई आसिफ नसीम को लखनऊ पुलिस ने प्रयागराज से धर दबोचा। पुलिस उसे लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो चुकी है।

 

लखनऊ,  नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह लाखों लोगों से 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले शाइन सिटी के डायरेक्टर व महाठग राशिद नसीम के भाई आसिफ नसीम को लखनऊ पुलिस ने प्रयागराज से धर दबोचा। पुलिस उसे लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो चुकी है। उसके खिलाफ लखनऊ में करीब 500 और दूरे देश में पांच हजार से अधिक ठगी के मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने आसिफ नसीम की गिरफ्तारी की पुष्टी की। उन्होंने बताया कि आसिफ शाइन सिटी का पार्टनर था।

 

कर्मचारी ने प्रायगाराज हाईकोर्ट में दायर की थी रिटः कुछ माह पहले राशिद नसीम की कंपनी में काम करने वाले विजलेश केसरवानी ने पीडि़तों का एक संगठन तैयार करके प्रयागराज हाईकोर्ट में कंपनी के खिलाफ 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की रिट दायर की थी।ठगी में उसकी पत्नी समेत कंपनी के 50 से अधिक कर्मचारी आरोपित हैं।

दर्ज मुकदमों का ब्योरा

  • लखनऊः 500 करीब
  • देश के विभिन्न जनपदों में दर्ज मुकदमे : पांच हजार करीब
  • ठगी के शिकार लोग : 10 लाख से अधिक
  • इन पर दर्ज हैं मुकदमे : दोनों ठग भाई समेत कंपनी के 50 से अधिकारी और कर्मचारी

वर्ष 2019 में महाठग नेपाल से हुआ था गिरफ्तार, अब दुबई से चला रहा नेटवर्कः राशिद नसीम को वर्ष 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बाद में नेपाल से उसे जमानत मिल गई थी। इशके बाद वह दुबई भाग गया था। अब वह दुबई से नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिकता लेने के की तैयारी में है। वहीं, एसटीएफ ने बीते 30 जून को शाइन सिटी के नेशनल हेड बृज मोहन सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

 

राशिद ने 2013 से शुरू किया था ठगी का कारोबार फिर भाई को जोड़ाः राशिद नसीम प्रयागराज करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला है। करीब 20 साल पहले उसने स्पीक एशिया मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी में एजेंट की नौकरी शुरू की थी। शातिर दिमाग नसीम ने यहीं पर रहकर निवेशकों को ठगने की कला सीखी। इसके बाद वर्ष 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हाउसिंग कंपनी और उसके बाद 50 से अधिक कंपनियां खोल डाली। उसने अपने भाई आसिफ को कंपनी में पार्टनर बनाया था।

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