बसपा मुखिया मायावती ने अयोध्या में जमीन खरीद घोटाले को बताया गंभीर मामला, बोलीं- दखल दे सुप्रीम कोर्ट

 बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि अयोध्या में बने रहे राम मंदिर के आपसाप की जमीन खरीद के घोटाले में बड़े लोगों का नाम आना एक गंभीर मामला है। अब तो इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

 

लखनऊ,  उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने जोरदार तैयारी शुरू कर दी है। लखनऊ में गुरुवार को पार्टी के 18 मंडल इंचार्ज तथा 75 जिलाध्यक्ष के साथ बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बैठक की। माल एवेन्यू में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में इस बैठक के बाद मायावती ने मीडिया को भी संबोधित किया और पार्टी की तैयारी पर जानकारी देने के साथ रामनगरी अयोध्या में जमीन खरीद के घोटाले पर अपनी मांग को बताया।

बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि अयोध्या में बने रहे राम मंदिर के आपसाप की जमीन खरीद के घोटाले में बड़े लोगों का नाम आना एक गंभीर मामला है। अब तो इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि इस बड़े प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे। सुप्रीम कोर्ट को केन्द्र तथा राज्य सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेने के लिए निर्देश देना चाहिए। यह तो करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा मामला है। अयोध्या में नेताओं और अफसरों द्वारा जमीन खरीदने के मामले में मायावती ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को दखल देना चाहिए। रिटायर्ड जजों की कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई जानी चाहिए।अगर गड़बड़ियां मिलती है सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए । फोन टैपिंग मामले पर भी मायावती ने कहा कि जब कांग्रेस केंद्र सरकार में रहती है वह भी इसी तरीके के हथकंडे अपनाती है और अब भाजपा भी वही रही है । यह दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं। मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ने के मामले पर मायावती ने समर्थन किया है।

बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि जैसा कि आप सभी को अवगत है कि हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेले ही सभी 403 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है। हमारे कार्यकर्ता, नेता तथा प्रत्याशी इसके लिए जोरदार तैयारी में भी लगे हैं। आज की यह बैठक इन सभी की तैयारी परखने के लिए बुलाई गई है। मायावती ने कहा कि पार्टी की तरफ से सभी को स्पष्ट निर्देश है कि जनता के बीच जाकर अपने नाम को बताने के साथ ही उनको गुमराह करने वाले सभी दलों से बचकर रहने की सलाह दी जा रही है। हम लोगों को सावधान करेंगे कि किसी भी किसी दल के बहकावे में ना आएं। मायावती ने कहा कि हमने आज सभी जिला अध्यक्षों तथा मंडल इंचार्ज की बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की है। हर विधानसभा सीट की गहन समीक्षा की जा रही है। हमारी पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर जनता से मिलेंगे। जनता को हम लोग जनविरोधी नीतियों के बारे बताएंगे। उन्होंने कहा कि सभी से कहा गया है कि प्रदेश में 2007 की तरह 2022 में बसपा की सरकार बनाने के लिए लगें। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश का हर कमजोर, गरीब, मजदूर व किसान तो बसपा के साथ है।

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मायावती ने कहा कि सभी 403 सीटों के लिए पार्टी की तैयारियों को लेकर गहन समीक्षा की जाएगी। 21 अक्टूबर से शुरू हुई सभी विधानसभा सीटों के पदाधिकारियों की तैयारियों की लेकर कैडरों व सम्मेलन की रिपोर्ट ली जाएगी। सभी सीटों पर रिपोर्ट के आधार पर कमियों को दुरुस्त किया जाएगा।विधानसभा की सभी सीटों पर विस्तार से रिपोर्ट ली जाएगी। प्रत्याशियों को किन बातों का ध्यान रखना है उसके भी दिशा निर्देश दिए जाएंगे। विरोधी पार्टियां साम, दाम, दंड व भेद करके अपने अपने पक्ष में हवा बना रहे हैं। भाजपा, सपा और दूसरी विरोधी पार्टियां अपनी अपनी कमियों पर पर्दा डाल रही हैं। चुनाव को हिंदू मुसलमान का रंग दे रही हैं। इनकी खराब नीतियों को जन-जन तक बताया जाएगा। 2007 की तरह सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की सरकार बनानी है। बसपा की पिछली सरकारों में अन्याय अपराध भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त कार्य हुए हैं।

मायावती ने कहा कि मैं प्रदेश की जनता से पूछना चाहते हैं कि आजादी के बाद से कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा के शासनकाल सबने देखा है। जनता खुद बताए कि किसका शासन काल सबसे बेहतर रहा है। भाजपा की 300 से ज्यादा सीटें जीतने वाले बयान में कोई दम नहीं है। भाजपा ने अगर काम किया होता तो सरकार जाने के अंतिम समय में उसे ताबड़तोड़ लोकार्पण व शिलान्यास नहीं करनी पड़ते। यूपी की जनता प्रलोभन व बहकावे में आने वाली नहीं है यूपी की जनता परिवर्तन चाहती है।

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