प्रेमिका बोली हाथ पकड़कर ट्रैक पर गया था लेट भागकर उसने बचाई जान। स्टेशन मास्टर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के स्वजन को जानकारी दी। युवती ने पुलिस को बताया कि इस्लामु्द्दीन उसे बहला फुसलाकर घर से ले आया था।
हरदोई, प्रेम प्रसंग में प्रेमी की ट्रेन से कटकर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जबकि प्रेमिका रेलवे ट्रैक के किनारे बैठी मिली। बघौली क्षेत्र में रविवार की सुबह हुई घटना में दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे। उनके संप्रदाय अलग अलग थे। पुलिस का कहना है कि प्रेमी ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। प्रेमिका बच गई, लेकिन मृतक के भाई ने हत्या का आरोप लगाया है।
क्षेत्र के गदनपुर निवासी इस्लामुद्दीन (20 वर्ष) दिल्ली में काम करने के साथ बुनाई का अड्डा भी चलाता था। उसका गांव के ही युवती से करीब दो वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था (जैसा कि पुलिस और युवती ने खुद बताया)। शनिवार की आधी रात बाद दोनों अपने अपने घरों से गायब हो गए और सोमवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे चुरई पुरवा पुल के पास निकले रेलवे ट्रैक पर इस्लामुद्दीन का शव पड़ा मिला। युवती भी वहीं पर मौजूद थी। स्टेशन मास्टर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के स्वजन को जानकारी दी। युवती ने पुलिस को बताया कि इस्लामु्द्दीन उसे बहला फुसलाकर घर से ले आया था और भगाकर ले जाना चाहता था, लेकिन वह तैयार नहीं हुई तो उसे रेलवे ट्रैक की तरफ ले गया और उसका हाथ पकड़कर रेलवे लाइन पर लेट गया।
ट्रेन आती देखकर वह हाथ छुड़ाकर भाग खड़ी हुई, जिससे उसकी जान बच गई, लेकिन इस्लामु्द्दीन कट गया। पुलिस युवती को थाने ले गई। इस्लामुद्दीन के भाई ने हत्या का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि हत्या के बाद शव को लाइन पर डालकर युवती को बैठा दिया गया, लेकिन थाना प्रभारी सोमपाल का कहना है कि दोनों आत्महत्या के लिए गए थे, लेकिन युवती ट्रैक से भाग जाने से बच गई और इस्लामुद्दीन की मौत हो गई। सभी बिंदुओं पर जांच हो रही है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
मां बोली तीन दिन पहले दी थी धमकी : मृतक इस्लामुद्दीन के भाई निजामुद्दीन व मां सरीफुल ने बताया कि तीन दिन पहले युवती के पिता उसके घर आए थे और उन्होंने धमकी दी थी कि वह अपने बेटे को फोन करने से मना कर दे नहीं तो ठीक नहीं होगा। आरोप है कि उसके पुत्र को बुलाकर अन्य लोगों के साथ उसकी हत्या कर शव को पटरी पर फेंक दिया।
तो जान देने के लिए ट्रैक पर लेटे थे : पुलिस और लोगों का मानना है कि दोनों का समुदाय अलग अलग होने से उनकी शादी नहीं हो सकती थी, तो दोनों जान देने के लिए ट्रैक पर लेट गए थे। ट्रेन आती देखकर युवती की हिम्मत टूट गई और इस्लामु्द्दीन लेटा रहा।