लखनऊ में नगर निगम अब गंदगी फैलाने वाले लोगों पर अर्थदंड लगा रहा है। वहीं सड़क पर गंदगी मचाने वालों से ही अभियान चलाकर सफाई भी करवा रहा है। नगर निगम की कई टीम शाम चार से छह बजे तक विभिन्न इलाकों में गंदगी फैलाने वालों से जुर्माना वसूलेगी।
लखनऊ । सफाई के बाद गंदगी फैलाने वालों से नगर निगम दूसरी तरह से निपटेगा। सफाई के बाद गंदगी फैलाने वालों से ही सफाई कराई जाएगी। नगर निगम ने इसका अभियान भी शुरू कर दिया है। शुक्रवार को दुकान की गंदगी सड़क पर फेंकना एक दुकानदार को महंगा पड़ गया। पान की दुकान चलाने वाले ने सफाई कर्मचारी को देने के बजाय कूड़ा सड़क पर डाल दिया था।
मडि़यांव के ताड़ीखाना चौराहे पर निरीक्षण करने पहुंचे नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को गंदगी नजर आई तो पता चला कि पान वाला हर दिन सफाई के बाद कूड़ा डाल देता है। लिहाजा नगर आयुक्त ने पान वाले को बुलवाया और उससे ही गंदगी उठाने को कहा। यह दृश्य देखकर दूसरे दुकानदार भी अपने कूड़े को सड़क से उठाने लगे।
निरीक्षण के दौरान सीतापुर रोड पर नालियों में गंदगी पाई गई और मडि़यांव पुल के नीचे मुख्य मार्ग पर गंदगी मिलने पर सफाई के लिए जिम्मेदार कार्यदायी संस्था मेसर्स एफबी ट्रेडर्स पर पचास हजार का अर्थदंड लगाया गया। इसी तरह फैजुल्लागंज तृतीय के इंदलगंज में भूखंडों पर कूड़ा पाया गया तो नालियां सिल्ट व कूड़े से भरी पाई गई। कसाईबाड़ा के निकट भी नालियां कूड़े से भरी हुई थी तथा मौके पर कोई भी कर्मचारी काम करते नहीं मिला।
नगर आयुक्त ने फैजुल्लागंज तृतीय में सफाई के लिए तैनात मेसर्स एसएस कांस्ट्रक्शन पर पचास हजार का अर्थदंड लगाया। सीतापुर मुख्य मार्ग पर सलमान डीजे की गाड़ी सड़क पर खड़ी मिली, जिसे जब्त किया गया। इसी तरह सीतापुर रोड पर अतिक्रमण को हटाया गया और एक ट्रक से अधिक सामान जब्त किया गया। वहीं गंदगी फैलाने वाले 63 दुकानदारो से 21,800 का अर्थदंड वसूला गया।
शाम को ही अधिक गंदगी फैलाई जाती है। लिहाजा नगर निगम की कई टीम शाम चार से छह बजे तक शहर के विभिन्न इलाकों में होती है और गंदगी फैलाने वालों से जुर्माना वसूला जाता है। नगर निगम ने सभी 110 वार्ड में बाजारवार अधिकारियों व सुपरवाइजरो की तैनाती की है। गंदगी फैलाने वाले 292 लोगों से 41,780 जुर्माना वसूला गया है।