सपा विधायक आजम खां सीतापुर जेल से रिहा हो गए हैं। गुरुवार की देर रात आजम खां का रिहाई आदेश जेल प्रशासन को प्राप्त हो गया। उधर आजम की रिहाई की खबर पर उनके समर्थकों की भीड़ जेल गेट के पास जुट गई।
सीतापुर । समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य विधायक आजम खां 812 दिन बाद सीतापुर जिला जेल से शुक्रवार को रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट से गुरुवार को अंतरिम जमानत मिलने के बाद आजम खां की रिहाई का आदेश देर रात सीतापुर जिला जेल प्रशासन को मिला और आज सुबह उनकी रिहाई का इंतजाम किया गया। आजम खां सुबह 8:06 बजे जेल से बाहर आए।
आजम खां की रिहाई की खबर पर उनके समर्थकों की भीड़ सुबह पांच बजे से ही जेल गेट के पास जुटने लगी थी। आजम खां के बड़े बेटे अदीब आजम सबसे पहले जेल पहुंचे। इसके बाद आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खां के साथ सपा के विधायक आशु मालिक भी सीतापुर जेल पहुंच गए। अब्दुल्ला आजम 6:55 बजे जेल के अंदर गए। आजम खां के समर्थक रामपुर, लखनऊ व अन्य जिलों से भी सीतापुर पहुंचे।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव भी प्रात: सात बजे सीतापुर जेल पहुंचे। वह गाड़ी में ही जेल परिसर में दाखिल हुए। आजम खां की रिहाई को लेकर जेल गेट पर कई थानों की पुलिस लगाई गई। आजम खां की रिहाई को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखा। शहर के सभी इंट्री प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी आने जाने वाली सभी गाडिय़ों की जांच करते दिखे। वैदेही वाटिका, आरएमपी मोड़, बहुगुणा चौराहा, रोडवेज, जीआइसी चौराहा व काशीराम कालोनी के पास पुलिस मुस्तैद दिखी। जेल रोड पर कई थानों की पुलिस लगी थी।
पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के घर रुके : जेल से रिहा होकर बाहर आने के बाद सपा विधायक आजम खां महोली के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर पहुंचे हैं। अनूप गुप्ता का घर जेल से बमुश्किल 100 मीटर की दूरी पर है। यहां करीब आधा घंटे रुकने के बाद वह सीतापुर से रामपुर के लिए रवाना हो गए।
फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद थे आजम खां : सपा विधायक आजम खां को रामपुर में विभिन्न मामलों में आरोपित होने के बाद 27 फरवरी 2020 में सीतापुर जिला जेल भेजा गया था। उनके साथ उनकी पत्नी डा तजीन फात्मा तथा छोटे पुत्र अब्दुल्ला आजम भी सीतापुर जेल भेजे गए थे। करीब 10 माह बाद पत्नी तजीन फात्मा को जमानत मिल गई थी। अब्दुल्ला आजम 15 जनवरी 2022 को रिहा हुए थे। जमानत मिलने के बाद आजम खां करीब 27 महीने बाद रिहा हो गए।
जेल में रहकर बने विधायक : जिला जेल में बंद आजम खां ने विधानसभा चुनाव भी जेल से ही लड़ा। चुनाव जीतकर वह रामपुर सदर सीट से विधायक बने। बीते माह सपा विधायक से नेताओं की मुलाकात खासी चर्चा में रही। प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव की मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम भी जिला जेल पहुंचे थे। इसी दौरान आजम खां ने सपा के प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे विधायक रविदास मेहरोत्रा से मिलने से मना कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सपा विधायक आजम खां की अंतरिम जमानत मंजूर की थी। जमानत मंजूर होने के बाद से ही उनके रिहाई आदेश का इंतजार हो रहा था। गुरुवार की देर शाम तक रिहाई परवाना न मिलने की वजह से उनकी रिहाई नहीं हो सकी थी।